ईरान ने अमेरिका को दे डाली खुली धमकी, जानिए यूएस के किस कदम से बौखला गया यह शिया देश
लाल सागर के लिए टास्क फोर्स बनाने के प्रस्ताव पर ईरान ने अमेरिका को खुली धमकी दी है। ईरान ने चेतावनीभरे लहजे में कहा है कि लाल सागर में टास्क फोर्स बनाई, तो बहुत परेशानी का सामना करोगे।
Iran Threaten America: इजराइल और हमास में जंग के बीच ईरान बौखलाया हुआ है। ईरान जो कि हमास और यमन के हूती विद्रोहियों का समर्थन करता है और अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें फंड भी करता है, वह इजराइल को कई बार चेतावनी दे चुका है। ईरान कह चुका है कि यदि हमास पर हमले बंद नहीं हुए तो वह हमला कर सकता है। ईरान के संबंध अमेरिका से भी अच्छे नहीं हैं। ईरान उन हूती विद्राहियों को मदद करता है, जो लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों को निशाना बनाते हैं। हालांकि अमेरिकी जंगी बेड़ा हूती विद्रोहियों के हमलों को नेस्तनाबूत कर देता है। इसी बीच ईरान ने अमेरिका को खुली धमकी दे डाली है। अमेरिका लाल सागर पर टास्क फोर्स बनाने की कवायद में जुटा है, जो लाला सागर से गुजरने वाले जहाजों की हूतियों से रक्षा करेगा। इस पर ईरान बिफर गया है।
लाल सागर में फोर्स तैनात करने के अमेरिका के प्रस्ताव पर ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ईरान ने सीधे तौर पर अमेरिका को चेताते हुए कहा है कि ये कदम उसके लिए परेशानी खड़ी करने वाला होगा। ईरानी मीडिया आईएसएनए ने गुरुवार को बताया कि ईरान के रक्षामंत्री मोहम्मद रजा अश्तियानी ने कहा है कि लाल सागर में शिपिंग की सुरक्षा के लिए प्रस्तावित अमेरिका समर्थित बहुराष्ट्रीय टास्क फोर्स को यहां असाधारण समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
टास्क फोर्स बनाने की जुगत में है अमेरिका
ईरानी रक्षामंत्री की टिप्पणी अमेरिका के बयान के बाद आई है। अमेरिका ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह लाल सागर में जहाजों को ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के हमलों से बचाने के लिए एक टास्क फोर्स बनाने पर विचार कर रहा है। इसके लिए वह कई दूसरे देशों के साथ बातचीत कर रहा है। ताकि मिलकर एक टास्क फोर्स का गठन किया जा सके। इस पर अब ईरान की ओर से ये तीखी प्रतिक्रिया आई है।
हमारे प्रभुत्व वाले क्षेत्र में अमेरिका का दखल मंजूर नहीं
ईरानी रक्षामंत्री ने अमेरिका के टास्क फोर्स बनाने के प्रस्ताव को उनके क्षेत्र में दखल कहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी उस क्षेत्र में कदम नहीं उठा सकता, जहां हमारा प्रभुत्व है। अगर वे कोई ऐसा अतार्किक कदम उठाते हैं, तो फिर उनको समस्याओं का सामना करने के लिए भी तैयार रहना होगा। हालांकि उन्होंने साफतौर पर ये नहीं बताया कि अमेरिका समर्थित टास्क फोर्स लाल सागर में आती है तो इसके जवाब में ईरान क्या कदम उठाएगा। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बीते हफ्ते से कहा था कि हम लाल सागर में जहाजों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए समुद्री टास्क फोर्स बनाने पर अन्य देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं।