Iran on America: ईरान अमेरिका को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है। हाल के समय में ईरान और अमेरिका में तनातनी और ज्यादा बढ़ गई है। इसी बीच ईरान की ओर से एक और बयान आया है, जिसमें अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी गई है। इजराइल और हमास की जंग के बीच ईरान ने अमेरिका के कम होते वजूद का सवाल उठाया और कहा कि 'अमेरिका की भूमिका मिडिल ईस्ट में लगातार कम हो रही है। ईरान ने अमेरिका को अत्याचार करने वाला बताया और कहा कि हथियार और पैसे ही जंग जीतने के लिए पर्याप्त नहीं होते।
ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के प्रमुख मेजर जनरल होसैन सलामी ने अज्ञात शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हम अंत तक फिलिस्तीन का समर्थन करते रहेंगे। मेजर जनरल होसैन सलामी ने दावा किया कि अमेरिकी अपना सामान पैक कर रहे हैं और इलाके से दूर जा रहे हैं। ईरान के कमांडर ने कहा कि हम हर उन लोगों के साथ हैं, जो इजराइल और अमेरिका के अत्याचार से परेशान हैं।
ईरन ने अमेरिका का उड़ाया मजाक, कहा 'आप अफगानिस्तान के भगोड़े हैं'
आईआरजीसी कमांडर ने अमेरिका को आड़े हाथों लेते हुए कहा, कि आप अफगानिस्तान से भागे हुए भगोड़े हैं। कमांडर ने सवाल किया कि 'क्या अफगानिस्तान पर कब्जे से उन्हें जीत मिली? जब आप अफगानिस्तान से भागे थे तो आपकी सेना को कई शक्तिशाली उपकरणों को वहां छोड़ना पड़ा था। क्या आप उस इराक में रहने में सक्षम थे जिस पर आपने कब्जा किया था?
'अकेले दम पर नही लड़ सकता इजराइल'
ईरान के कमांडर ने कहा कि अमेरिका की इजरायल-हमास युद्ध को लेकर नीति वही है, जो बाकी के देशों में रही है। लेकिन इतना नहीं जानते कि वे इजरायल को जितना अधिक हथियार देंगे, अपनी ताबूत में उतनी ही कीलें ठोकेंगे। ईरानी कमांडर ने अपने भाषण में हमास को दी जाने वाली सैन्य सहायता को लेकर कुछ भी नहीं कहा। लेकिन उन्होंने गाजा पट्टी में निर्दोष नागरिकों को मारने, उन पर अत्याचार करने के लिए इजराइल को दोषी ठहराया और युद्ध अपराध का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इजराइल अपने दम पर गाजा में जंग नहीं लड़ सकता। उसे अमेरिका का समर्थन मिल रहा है, इसलिए इतने बड़े पैमाने पर इजराइल गाजा में जंग लड़ पा रहा है।
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