मॉरीशस के अगालेगा द्वीप पर भारत ने इस नए निर्माण से समुद्री सुरक्षा को किया और मजबूत, पीएम मोदी ने कही ये बात
भारत और मॉरीशस के बीच सुरक्षा और विकास के मद्देनजर अगालेगा द्वीप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। इससे समुद्री सुरक्षा और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही भारत-मॉरीशस के रिश्तों में और अधिक मजबूती आएगी।
नई दिल्ली/मॉरीशसः भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए मॉरीशस के अगालेगा द्वीप पर कई अहम निर्माण किया है। इससे भारत की समुद्री सुरक्षा और अधिक मजबूत हो जाएगी। साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार और सुरक्षा की दृष्टि से नए अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मॉरीशस के उनके समकक्ष प्रविंद जगन्नाथ ने बृहस्पतिवार को मॉरीशस के अगालेगा द्वीप पर भारत की सहायता से कई सामुदायिक विकास परियोजनाओं का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया। परियोजनाओं से मुख्य भूमि मॉरीशस और अगालेगा के बीच बेहतर संपर्क की मांग पूरी होगी। इससे समुद्री सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मॉरीशस में भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) प्रणाली और रुपे कार्ड सेवाओं की शुरुआत के कुछ हफ्तों बाद इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। इससे समझा जा सकता है कि भारत और मॉरीशस अपने संबंधों को किस तरह से नए मुकाम पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को मॉरीशस में भारत की सहायता वाली कई विकास परियोजनाओं का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करने के बाद कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में पारंपरिक एवं गैर-पारंपरिक चुनौतियों से निपटने के लिए दोनों देश समुद्री क्षेत्र में स्वाभाविक साझेदार हैं।
भारत की जन औषधि योजना में शामिल होगा मॉरीशस
प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि मॉरीशस भारत की जन औषधि योजना में शामिल होने वाला पहला देश होगा। इस योजना के तहत किफायती दरों पर गुणवत्ता वाली दवाएं प्रदान की जाती हैं। मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने एक डिजिटल समारोह में मॉरीशस के अगालेगा द्वीप में कई सामुदायिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिन्हें भारत की वित्तीय सहायता से क्रियान्वित किया गया है। परियोजनाओं में एक हवाई पट्टी और एक जेटी शामिल है। मोदी ने इस अवसर पर अपने संक्षिप्त संबोधन में मॉरीशस को भारत की ‘पड़ोस प्रथम’ नीति के तहत एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया और कहा कि दोनों देशों ने पिछले कुछ वर्षों में आपसी सहयोग में ‘नयी ऊंचाइयां’ हासिल की हैं।
हिंद महासागर की चुनौतियों पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने हिंद महासागर क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘हिंद महासागर क्षेत्र में विभिन्न पारंपरिक और गैर-पारंपरिक चुनौतियां उभर रही हैं। ये चुनौतियां हमारी आर्थिक प्रणालियों को प्रभावित करती हैं। भारत और मॉरीशस इन चुनौतियों से निपटने के लिए समुद्री क्षेत्र में स्वाभाविक साझेदार हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में सक्रियता से काम कर रहे हैं।’’ उनकी यह टिप्पणी हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते सैन्य दखल को लेकर नयी दिल्ली में बढ़ती चिंताओं के बीच आई है। मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस के बीच विकास साझेदारी दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों का एक ‘महत्वपूर्ण स्तंभ’ है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी विकास साझेदारी मॉरीशस की प्राथमिकताओं पर आधारित है।
इन परियोजनाओं से मुख्य भूमि मॉरीशस और अगालेगा के बीच बेहतर संपर्क की मांग पूरी होगी, समुद्री सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। मॉरीशस में भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) प्रणाली और रुपे कार्ड सेवाओं की शुरुआत के कुछ हफ्तों बाद इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
मॉरीशस ने कहा दोनों देशों के लिए महान क्षण
विदेश मंत्रालय के अनुसार मॉरीशस के प्रधानमंत्री जगन्नाथ ने वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, ''हम आज अगालेगा द्वीप पर एक नई हवाई पट्टी, एक नई जेटी और कई अन्य विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ इतिहास बना रहे हैं।" उन्होंने कहा, "यह कार्यक्रम मॉरीशस और भारत के बीच उल्लेखनीय और अनुकरणीय साझेदारी के लिए एक महान क्षण है। इससे दोनों देशों की दोस्ती और अधिक प्रगाढ़ होगी। (भाषा)
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