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Hindi News विदेश एशिया अब विदेशों में भी बजेगा भारतीय जनऔषधि केंद्र की दवाओं का डंका, भारत ने मॉरीशस में खोला पहला सेंटर

अब विदेशों में भी बजेगा भारतीय जनऔषधि केंद्र की दवाओं का डंका, भारत ने मॉरीशस में खोला पहला सेंटर

भारतीय जन औषधि केंद्र की व्यापकता लगातार बढ़ती जा रही है। भारत के बाद मॉरीशस में पहला विदेशी जन औषधि केंद्र खोला गया है, जो वहां के लोगों को सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के तहत इस केंद्र को मॉरीशस के लोगों को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने समर्पित किया।

मॉरीशस में खुला भारतीय जन औषधि केंद्र।- India TV Hindi Image Source : PTI मॉरीशस में खुला भारतीय जन औषधि केंद्र।

पोर्ट लुई: भारतीय जनऔषधि परियोजना का न सिर्फ भारत में बल्कि अब विदेशों में भी डंका बजने लगा है। देश भर के मरीजों को सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने वाला भारतीय जन औषधि केंद्र का अब मॉरीशस तक विस्तार किया गया है। इसके तहत मॉरीशस में पहला भारतीय जन औषधि केंद्र खोला गया है, जो वहां के लोगों को सस्ते में जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराएगा। इस केंद्र को खोलने का वादा पीएम मोदी ने किया था। इसके बाद अब विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने मॉरीशस में पहले विदेशी जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया है।

बता दें कि जयशंकर 16 से 17 जुलाई तक दो दिवसीय यात्रा पर मॉरीशस में थे। इस दौरान मॉरीशस के लोगों के लिए सस्ती दवाओं वाला यह जन औषधि केंद्र समर्पित किया गया। उद्घाटन के मौके पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ भी मौजूद रहे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ के साथ भारत के पहले विदेशी जन औषधि केंद्र का उद्घाटन “दोनों देशों के बीच विशेष रूप से स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग” का प्रमाण है। सभी को सस्ती जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि केन्द्र स्थापित किए गए हैं।

जयशंकर ने कहा पीएम मोदी ने पूरा किया वादा

विदेश मंत्री जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री कुमार जगन्नाथ के साथ मॉरीशस में पहले विदेशी जन औषधि केंद्र का उद्घाटन करते हुए प्रसन्नता हो रही है। यह औषधि केंद्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वादे के तहत शुरू किया गया है।” उन्होंने कहा, “भारत-मॉरीशस स्वास्थ्य साझेदारी परियोजना के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए किफायती, भारत में निर्मित दवाओं की आपूर्ति की जाएगी।” (भाषा) 

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