गाजा में मानवीय सहायता के इंतजार में खड़े 100 से ज्यादा लोगों की मौत पर भारत का दिल दुखी हो गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि मानवीय सहायता पहुंचाए जाने के दौरान उत्तरी गाजा में हुई जनहानि से वह ‘‘बहुत स्तब्ध’’ है। बता दें कि गाजा में गुरुवार को गोलीबारी की एक घटना में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने और 700 से अधिक के घायल होने के एक दिन बाद भारत का यह बयान सामने आया है। विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों वाले एक बयान में कहा कि इस तरह से जनहानि होना और गाजा में स्थिति ‘अत्यंत चिंता’ का कारण बना हुआ है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘मानवीय सहायता पहुंचाए जाने के दौरान, उत्तरी गाजा में कल लोगों के मारे जाने से हम काफी स्तब्ध हैं।’’ भारत ने गाजा के लोगों को मानवीय सहायता सुरक्षित रूप से और समय पर पहुंचाने का भी आह्वान किया। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम मानवीय सहायता की सुरक्षित और समय पर आपूर्ति किये जाने का फिर से आह्वान करते हैं।’’ हालांकि, बयान में इजराइल का कोई जिक्र नहीं किया गया है। खबरों के अनुसार, गाजा में एक मानवीय सहायता काफिले से खाद्य सामग्री लेने की कोशिश कर रहे फलस्तीनियों की एक बड़ी भीड़ पर इजराइली सैनिकों की गोलीबारी में 100 से अधिक लोग मारे गए और 700 से अधिक घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने की घटना की निंदा
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं गाजा में बृहस्पतिवार को हुई उस घटना की निंदा करता हूं, जिसमें जीवन-रक्षक सहायता मांगते समय 100 से अधिक लोग कथित तौर पर मारे गए या घायल हुए हैं। वहीं इजरायली सेना फिलिस्तीन की ओर से लगाए गए इस आरोप को खारिज कर चुकी है। इजरायल का कहना है कि लोगों की मौत भगदड़ और कुचलने की वजह से हुई है। (भाषा)
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