जापान में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में हिंदुस्तान का जलवा पूरी दुनिया देख रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से लेकर विश्व के अन्य ताकतवर नेता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कायल नजर आ रहे हैं। जी-7 की बैठक के दौरान उस वक्त चीन को चक्कर आ गया जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पीएम मोदी को ढूंढ़ते हुए उनके पास तक आए और गले मिलकर गए। यह देखकर पड़ोसी पाकिस्तान भी सहम गया है। बता दें कि भारत जी-7 में बतौर आमंत्रित सदस्य शामिल हुआ है। इस दौरान भारत जी-20 के अध्यक्ष के तौर पर जी-7 में हिस्सा ले रहा है। ऐसे में भारत की धमक और भी बढ़ जाती है। जी-20 का अध्यक्ष होने के नाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 के मंच से भाषण भी देंगे। पीएम मोदी की इस स्पीच पर पूरी दुनिया की नजर बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि इस सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की भी हिस्सा लेने पहुंच गए हैं। ऐसे में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत के रुख पर दुनिया की निगाह है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी जापान में दिए एक साक्षात्कार में सुबह ही रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत अपना पक्ष स्पष्ट कर चुका है कि वह विवादों को सुलझाने और आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों से प्रभावित लोगों की भलाई को प्राथमिकता देने के लिए बातचीत और कूटनीति की वकालत करता है। भारत आक्रमण की निंदा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्तावों से दूर रहा, लेकिन संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहा। भारत यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है और संयुक्त राष्ट्र और उसके बाहर रचनात्मक योगदान देने के लिए तैयार है।
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