चीन में नहीं मिल रहा संक्रमितों को प्रॉपर ट्रीटमेंट, सड़क पर रस्सी बांधकर लगाई जा रही ड्रीप, 24 घंटे में मिले 3.7 करोड़ मरीज
कोरोना ने इस देश में इस कदर तबाही मचाई है कि अस्पतालों में शवों का अंबार लग गया है। चीन के सभी मुर्दाघर लाशों से भर गया है।
चीन में कोरोना से हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि यहां पर संक्रमितों को प्रॉपर इलाज भी नहीं मिल रहा है। कोरोना ने इस देश में इस कदर तबाही मचाई है कि अस्पतालों में शवों का अंबार लग गया है। चीन के सभी मुर्दाघर लाशों से भर गया है। चीन हमेशा से अपने यहां आए कोरोना के मामलों और उससे हुई लोगों की मौतों का आंकड़ा छुपाते आया है। ब्लूमबर्ग ने चीन की नेशनल हेल्थ कमीशन के हवाले से बताया कि मंगलवार को यहां एक दिन में 3 करोड़ 70 लाख केसेस सामने आए थे। लेकिन चीन के ऑफिशियल डाटा में सिर्फ 3000 ही बताया गया। रिपोर्ट के अनुसार महीने के शुरूआत में ही 24 करोड़ 80 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं।
चीन के अस्पतालों में लगा लाशों का ढेर
महामरी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक अस्पताल के अंदर शवों का अंबार लगा हुआ है। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अस्पताल के मुर्दाघर भरे पड़े हैं, बुखार की दवाओं की कमी, ऑक्सीजन टैंक खाली, खून की कमी, बुजुर्गों के बीच बढ़ती मौत, बहुत सारे डेडबॉडी बैग्स पड़े हुए हैं। यहां तक कि बीजिंग के एक शीर्ष अस्पताल में भी यही हाल है। लेकिन चीन के अधिकारिक आंकड़ों में अभी भी 0 मौतें ही बताई जा रही है।
इसके पहले भी उन्होंने ट्विट कर लिखा था कि चीन अभी भी 0 या सिंगल डिजिट मौतों की रिपोर्ट कर रहा है, और WHO को अस्पताल की रिपोर्ट नहीं दे रहा है। यह कहना बेतुका हो रहा है कि चीन में कोई नहीं मर रहा है जबकि रिपोर्टें चीन के अंदर से दिन के रूप में स्पष्ट हैं। यहां तक कि बीजिंग के एक बड़े अस्पताल में भी बॉडी बैग्स की भरमार थी।
एरिक फेगल-डिंग ने एक और वीडियो पोस्ट किया था जिसमें एक अस्पताल के अंदर कोरोना से मरे हुए लोगों की डेडबॉडी से पूरा वार्ड भर गया है जिसमें अधिकत्तर बुजुर्ग लोगों की लाशें दिख रही है। उनहोंने पोस्ट करते हुए लिखा था कि यही कारण है कि आधिकारिक आंकड़ों में चीन की कोविड मौतों को नहीं दिखाया जा रहा है। WHO को इस बात की भी चिंता है कि चीन ने उन्हें रिपोर्ट करना बंद कर दिया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार जो स्वीकार करना चाहती है उससे चीन में संकट बहुत बुरा है।
सड़कों पर रस्सी बांधकर लगाई जा रही ड्रीप
ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट ज्योत जीत ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि सड़कों पर रस्सी बांधकर लोगों को ड्रिप चढ़ाई जा रही है। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि चीन में अस्पताल भर गए हैं इलाज कराने के लिए जगह नहीं है। इतनी सर्दियों में भी मरीजों का इलाज बाहर सड़कों पर हो रहा है।
चीन के साथ-साथ इन देशों में भी कोरोना से हालात खराब
जापान में पिछले 24 घंटों में 1.7 लाख नए कोरोना मरीज मिले हैं। चीन के बाद जापान में सबसे ज्यादा कोरोना मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। कोरोना worldometers के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 1 लाख 73 हजार नए केस आए हैं। वहीं 315 लोगों की मौत हुई है। वहीं फ्रांस में पिछले 24 घंटों में कुल 1 लाख 11 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। साउथ कोरिया में नए केसेस की संख्या 68 हजार 168 हो गई है। जबकि कोरोना से फ्रांस में 158 और साउथ कोरिया में 63 लोगों की मौत हो चुकी है।
इधर अमेरिका में XBB वैरिएंट के 18.3% केस सामने आए हैं। चीन में BF.7 कोरोना वैरिएंट की तरह ही अमेरिका में XBB वैरिएंट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यह भी ओमिक्रॉन का ही म्यूटेशन है। अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की मानें तो इस हफ्ते देश में आए 18.3% केस XBB वैरिएंट के हैं।
शमशानों में नहीं बची जगह
चीन के शमशानघरों में जगह नहीं बची है कि शवों को जलाया जा सके। लोग अपने करीबियों को अपने घर के बाहर ही जला रहे हैं। चीन में बनी वैक्सीन का भी कोई असर नहीं दिख रहा लोगों की कोरोना से मौत होती जा रही है। चीन में शवों को बड़े-बड़े कंटेनरों में भर कर रखा जा रहा है।