इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चीन की यात्रा पर जाएंगे। चीन में होने वाले शीतकालीन ओलिंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में उन्हें आमंत्रित किया गया है। दरअसल, चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगुर मुसलमानों के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों पर अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा राजनयिक बहिष्कार के बीच बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी कर रहा है। इमरान खान ने दूसरे देशों के बहिष्कार के बीच वहां जाना इसलिए जरूरी समझा है, ताकि चीन के प्रति वह अपनी स्वामीभक्ति दिखा सकें। वहीं पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्टों की मानें तो इमरान चीन से तीन अरब डॉलर का कर्ज लेना चाहते हैं, इसलिए वे चीन के दौरे में कुछ मदद हासिल हो जाए, इस उद्देश्य से चीन की विजिट कर रहे हैं।
चीनी नेतृत्व के आमंत्रण पर दौरा करने जा रहे खान के साथ कैबिनेट के सदस्य और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी होगा। विदेश कार्यालय ने बताया कि तीन से छह फरवरी की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री खान, राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली क्विंग के साथ बैठक करेंगे। यह बीते दो साल में इमरान खान का पहला चीन दौरा है।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि दरअसल इमरान खान चीन से तीन अरब डॉलर का कर्ज लेना चाहते हैं। वह यह भी चाहते हैं कि चीन पाकिस्तान में खासतौर से छह क्षेत्रों में निवेश करे। पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कुछ दिन पहले खबर दी कि सरकार विचार कर रही है कि वह चीन से तीन अरब डॉलर के कर्ज को मंजूर करने का आग्रह करे, जिसे चीन के सरकारी प्रशासनिक विदेश विनिमय कोष (सेफ) में रखा जाए, जिससे उसका विदेश विनियम भंडार बढ़े।
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