UNSC में आतंकवाद के मुद्दे पर भारत ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जब भी हम दुनिया के खतरनाक आतंकवादियों पर पाबंदी लगाने का मुद्दा उठाते हैं, तब उन्हें दंड से बचाने का प्रयास किया जाता है और जवाबदेही से बचने के लिए राजनीति का सहारा लिया जाता है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को ब्लैकलिस्ट में डालने पर चीन की ओर से रोक लगाने की तरफ इशारा करते हुए भारत ने यह बयान दिया। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने यूक्रेन के मुद्दे पर 15 सदस्यीय UNSC को संबोधित करते हुए कहा, “दंड से बचाव के विरुद्ध लड़ाई बड़े स्तर पर शांति और न्याय स्थापित करने के लिए अहम है। सुरक्षा परिषद को इस मुद्दे पर स्पष्ट और एकमत से संदेश देना चाहिए।”
अगर दोषियों को सजा नहीं मिलेगी तो परिषद पर सवाल खड़ा होना लाजमी है -जयशंकर
फ्रांस की यूरोपीय और विदेश मामलों की मंत्री कैथरीन कोलोना की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक हुई। जयशंकर ने चीन पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, “जवाबदेही से बचने के लिए कभी राजनीति का सहारा नहीं लेना चाहिए। दोषी को दंड से बचाने के लिए भी नहीं। दुखद है कि हमने हाल में इसी परिषद में ऐसा होते देखा है जब दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक आतंकवादियों पर पाबंदी लगाने की बात हुई थी।” उन्होंने कहा, “अगर दिन दहाड़े होने वाले भयावह हमलों के दोषियों को सजा नहीं दी जाएगी तो इस परिषद को सोचना चाहिए कि दोषियों को दंडित नहीं करके हम क्या संदेश दे रहे हैं। हमें विश्वसनीयता सुनिश्चित करनी है तो सतत प्रयास करना होगा।”
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