रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने जी20 समिट में भाग लेने से इनकार कर दिया है। उधर, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कलेवा ने भारत के विदेशमंत्री एस.जयशंकर से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान रूस के साथ जंग कैसे खत्म हो। इस पर खासतौर पर चर्चा की गई।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार (12 नवंबर) को यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कलेवा के साथ मीटिंग की। दोनों नेताओं ने क्षेत्र में हालिया घटनाक्रम, परमाणु चिंताओं पर भी विचार विमर्श किया। जयशंकर ने कंबोडिया की राजधानी नामपेन्ह में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से अलग दिमित्री कलेवा से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया, जिसमें बताया कि यूक्रेन के विदेश मंत्री से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी चर्चाओं में हालिया घटनाक्रम के संघर्ष, अनाज निर्यात की पहल और परमाणु चिंताएं शामिल थी। उधर,यूक्रेन के विदेश मंत्री ने ट्विटर पर कहा कि उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग और यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को समाप्त करने के तरीकों पर भारतीय समकक्ष के साथ चर्चा की।
उपराष्ट्रपति के साथ आसियान सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं जयशंकर
दरअसल, भारत के विदेशमंत्री जयशंकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ यात्रा पर हैं, जो यहां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
यूक्रेन के विदेशमंत्री ने मुलाकात के बाद कही ये बात
भारतीय विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कलेवा ने ट्वीट किया कि, "मैं और जयशंकर आपसी सहयोग और यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को समाप्त करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए मिले। मैंने इस बात पर बल दिया कि रूस को तुरंत घातक हमले को रोकना चाहिए, यूक्रेन से सभी सैनिकों को वापस बुलाना चाहिए और शांति के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। हमने वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित किया।'
भारत हमेशा शांति का रहा है हिमायती
यूक्रेन के साथ रूस की जंग की बात की जाए तो भारत ने हमेशा ही शांति की अपील की है। रूस के साथ भी भारत ने शांति की राह बनाए रखने की अपील ही की है। पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति की मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने भी रूस से यही बात कही थी कि जंग से कोई हल नहीं निकलता है। शांति के साथ मुद्दे का हल होना चाहिए।
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