Pakistan-Israel: यहूदी देश इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार उल्लंघन पर पाकिस्तान को धो डाला। पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए इजरायल ने बताया कि पाकिस्तान में समलैंगिकता पर कट्टरपंथ हावी है। अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं। बलूचों के गायब होने की खबरें आती हैं। इन मुद्दों पर पाकिस्तान की क्लास लगा दी। इससे पाकिस्तान की शहबाज सरकार बौखला गई है।
इजरायल और पाकिस्तान में क्या है तनातनी की वजह?
इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की समीक्षा बैठक में पाकिस्तान से मांग की कि समलैंगिकता पर लगाया गया प्रतिबंध हटाया जाए। दरअसल, पाकिस्तान ने मुस्लिम कट्टरपंथियों के दबाव में आकर समलैंगिकता के खिलाफ सख्त कानून बनाया है। पाकिस्तान और इजरायल के बीच संबंध अच्छे नहीं हैं। क्योंकि पाकिस्तान इजरायल को देश के तौर पर मान्यता नहीं देता। यह कारण दोनों देशों के बीच तनाव की प्रमुख वजहें बनती रहती हैं। इसी वजह से हाल ही में पाकिस्तान के अधिकारियों ने पासपोर्ट और आव्रजन अधिनियम का उल्लंघन करने के आरोप में 5 नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया था। पाकिस्तान पुलिस के अनुसार ये सभी इजराइल के तेल अवीव शहर में चार से सात साल तक काम किए हुए थे। चूंकि पाकिस्तान इजराइल को एक देश के रूप में मान्यता नहीं देता है। इसलिए इनकी गिरफ्तारी की गई थी।
इजरायल और पाकिस्तान में जुबानी जंग
इजरायल और पाकिस्तान, दोनों देशों के बीच अब जुबानी जंग जैसी शुरू हो गई है। दरअसल, पाकिस्तान पर मानवाधिकारों की रिपोर्ट जिनेवा में मानवाधिकार परिषद के 53वें सत्र में पेश किया गया। इस दौरान इजरायल ने पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी। इजरायल ने पाकिस्तान को लेकर दिए अपने सुझाव में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों के मानक के तहत समलैंगिकता को कानूनी मान्यता दे।
इजरायल के बयान पर पाकिस्तान आगबबूला
इजरायल ने कहा कि पाकिस्तान में लोगों का जबरन अपहरण किया जा रहा है और धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को अंजाम दिया जा रहा है। इसे पाकिस्तान को बंद करना होगा। इजरायल का इशारा हिंदुओं और ईसाइयों के खिलाफ हो रही हिंसा की ओर था। इजरायल के पाकिस्तान का पोल खोलने पर शहबाज सरकार बौखला गई है। पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने इसे राजनीति से प्रेरित बयान करार दिया है।
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