कोलंबो: श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद सरकार बदलते ही ‘ईस्टर संडे’ का जिन्न फिर से सामने आ गया है। इसके लिए नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने मंगलवार को कहा कि वह 2019 के ‘ईस्टर संडे’ आतंकवादी हमलों की फिर से जांच शुरू करेंगे। बता दें कि पिछले सप्ताह हुए राष्ट्रपति के चुनाव में जीत के बाद दिसानायके रविवार को देश के राष्ट्रपति नियुक्त किए गए। उन्होंने कैथोलिक चर्च के प्रमुख मैल्कम कार्डिनल रंजीत से फोन पर सद्भावना बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की।
रंजीत ने कहा, ‘‘नए राष्ट्रपति ने हमें आश्वस्त किया है कि ‘ईस्टर संडे’ हमलों की सच्चाई सामने लाई जाएगी।’’ रंजीत ईस्टर के मौके पर रविवार की प्रार्थना के दौरान बड़े होटलों और गिरजाघरों को निशाना बनाकर किए गए हमलों की जांच के आलोचक रहे हैं। इन हमलों में विदेशी नागरिकों सहित करीब 300 लोगों की मौत हो गई थी। घटना के लिए दोनों पूर्व राष्ट्रपतियों गोटबाया राजपक्षे और रानिल विक्रमसिंघे पर आरोप लगाते हुए रंजीत ने जांच की आलोचना की थी और कहा था कि स्थानीय जिहादी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) द्वारा किए गए हमलों को राजनीतिक रूप से छिपाने का प्रयास किया गया।
पहले की जांच में पूर्व राष्ट्रपति पाए गए थे दोषी
‘ईस्टर संडे’ केस में पूर्व राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने गिरजाघर के दबाव के कारण एक उच्च-स्तरीय जांच समिति गठित की थी। इसके बाद जांच में सिरिसेना को ही दोषी भी पाया गया था और उन्हें पीड़ितों के परिजन को 10 करोड़ सऊदी रियाल (27,443,756 भारतीय रुपये) का मुआवजा देने का आदेश दिया गया। तत्कालीन रक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों को भी भारत की ओर से दी गई पूर्व खुफिया चेतावनियों को नजरअंदाज करने के लिए आपराधिक लापरवाही का दोषी पाया गया। (भाषा)
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