दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी): फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की सहायता एजेंसी ने रविवार को कहा कि वह युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में मुख्य मालवाहक मार्ग से सहायता सामग्री की आपूर्ति रोक रही है, क्योंकि हाल में काफिलों को लूटने वाले सशस्त्र गिरोहों का खतरा बढ़ गया है। एजेंसी ने कानून-व्यवस्था के बिगड़ने के लिए मुख्य रूप से इजरायल की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। इस निर्णय से गाजा में मानवीय संकट और भी बदतर हो सकता है, क्योंकि ठंड की शुरुआत हो चुकी है, जहां हजारों फलस्तीनी अस्थायी शिविरों में रह रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय खाद्य सहायता पर निर्भर हैं।
100 ट्रकों को लूट लिया
गाजा में सहायता पहुंचाने वाली प्रमुख एजेंसी ‘यूएनआरडब्ल्यूए’ के प्रमुख फिलिप लेजारिनी ने कहा कि केरेम शालोम क्रॉसिंग की ओर जाने वाला मार्ग गाजा की ओर से बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि नवंबर के मध्य में हथियारबंद लोगों ने इस मार्ग से गुजर रहे लगभग 100 ट्रकों को लूट लिया था। उन्होंने कहा कि गिरोहों ने शनिवार को भी एक खेप को लूट लिया। केरेम शालोम इजरायल और गाजा के बीच एकमात्र क्रॉसिंग है जो माल की ढुलाई के लिए बनाई गई है। मई में मिस्र के साथ लगी राफा सीमा बंद होने के बाद से यह सहायता पहुंचाने का मुख्य मार्ग रहा है।
इजरायली हमलों में 6 की मौत
इजरायल सरकार के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने गाजा में पहुंचाई जाने वाली लगभग दो-तिहाई सहायता केरेम शालोम के माध्यम से आई थी, तथा इससे पहले के महीनों में यह मात्रा और भी अधिक थी। लेजारिनी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में गाजा में मानवीय कार्यों की विफलता के लिए मुख्य रूप से इजरायल को दोषी ठहराया। इजरायल की फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। चिकित्सा अधिकारियों के मुताबिक गाजा पट्टी पर शनिवार रात में किए गए इजरायली हमलों में दो बच्चों समेत कम से कम छह लोग मारे गए। नासिर अस्पताल के मुताबिक, मिस्र की सीमा के पास स्थित दक्षिणी शहर रफा में एक अलग हमले में चार लोग मारे गए।
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