अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप गुंडागर्दी और धोखाधड़ी मामले में दोषी करार, क्या अब जाना होगा जेल?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जॉर्जिया की ग्रैंड ज्यूरी ने उन्हें वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में धोखाधड़ी और गुंडागर्दी का दोषी करार दिया है। ऐसे में पूर्व राष्ट्रपति की आगामी चुनाव में राह मुश्किल हो सकती है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप की राह लगातार मुश्किल होती जा रही है। अटलांटा, जॉर्जिया की एक ग्रैंड जूरी ने 14 अगस्त, 2023 को पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प को दोषी ठहराया है। उन पर राज्य में उनकी 2020 की चुनावी हार को पलटने के कथित प्रयासों से संबंधित धोखाधड़ी और गुंडागर्दी सहित अन्य 12 आरोप लगाए गए। इससे अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव-2024 में ट्रंप की डगर मुश्किल हो सकती है। ट्रंप के पूर्व वकील रूडोल्फ गिउलिआनी और व्हाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज सहित ट्रम्प के अठारह सहयोगियों और साथियों को भी योजना में उनकी कथित भागीदारी के लिए धोखाधड़ी और अन्य गंभीर आरोपों के लिए दोषी ठहराया गया था।
ट्रंप पर लगाए गए हैं ये प्रमुख आरोप
यह पिछले पांच महीनों में ट्रम्प का चौथा अभियोग है और दूसरा उन चुनाव परिणामों को रद्द करने के उनके प्रयासों से आया है, जिन्होंने जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद पर पहुंचाया था। फुल्टन काउंटी, जॉर्जिया के जिला अटॉर्नी फानी विलिस ने फरवरी 2021 में इस कथित योजना में ट्रम्प की भागीदारी के साथ-साथ ट्रम्प के सहयोगियों की भी जांच शुरू की। जनवरी 2021 में, जांच शुरू होने से एक महीने पहले, ट्रम्प ने जॉर्जिया के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ब्रैड रैफेंसपर्गर को फोन किया और उन पर बाइडेन की जीत को पलटने के लिए पर्याप्त वोट ‘‘तलाश करने’’ के लिए दबाव डाला। कन्वरसेशन यूएस ने 98 पेज के अभियोग में लगाए गए आरोपों के महत्व को समझने के लिए जॉर्जिया के चुनाव कानूनों के विद्वान एंथनी माइकल क्रेइस से बात की।
आरोपों की सटीक प्रकृति के बारे में समझने के लिए यहां पांच प्रमुख बिंदु दिए गए हैं और क्यों धोखेबाजी उनके केंद्र में है। विलिस एक कहानी पेश करती हैं कि इस मामले में बड़ी संख्या में लोग शामिल थे, लेकिन जरूरी नहीं कि उन्होंने इसमें शामिल होने के लिए खुलेआम अपनी सहमति दी हो, जो एक पारंपरिक साजिश का मामला होता। इसकी बजाय लोगों ने इशारों में इसमें शामिल होने की सहमति जताई जॉर्जिया रीको कानून उन्हें ऐसे कई लोगों को शामिल करने की इजाजत देता है जो कथित तौर पर इस तरह के दृष्टिकोण में शामिल थे।
जॉर्जिया का रीको कानून
सबसे उल्लेखनीय 2015 में अटलांटा पब्लिक स्कूल में धोखाधड़ी का मुकदमा है, जब कई शिक्षकों पर छात्र परीक्षण अंकों में हेरफेर करने का आरोप लगाया गया था। वे विभिन्न कारणों से पब्लिक स्कूलों को बेहतर बनाना चाहते थे। लेकिन वे सब ठीक से नहीं जानते थे कि दूसरे लोग क्या कर रहे हैं। विलिस उस धोखाधड़ी मामले में मुकदमा चलाने वाली सहायक जिला अटॉर्नी थीं। यह एक उपकरण है जिसका वह उपयोग करना पसंद करती है। और यह एक ऐसा उपकरण है जिससे बचाव करना प्रतिवादियों के लिए वास्तव में कठिन हो सकता है। 12 प्रतिवादियों में से ग्यारह को 2015 में साजिश का दोषी ठहराया गया था और उन्हें 20 साल तक की जेल सहित विभिन्न सजाएं मिलीं। जॉर्जिया का रीको कानून इस कानून के संघीय संस्करण की तुलना में कहीं अधिक विस्तृत है। यह जांच में विभिन्न प्रकार के आचरण को शामिल करने में सक्षम बनाता है। इससे लोगों को एक आपराधिक उद्यम में शामिल करना बहुत आसान हो जाता है और यह अभियोजकों के लिए एक पसंदीदा उपकरण है। और राज्य के रीको का उल्लंघन करने पर दंड कठोर हैं।
सजा का प्रावधान
अपराधियों के लिए न्यूनतम पांच साल की सजा है, और किसी भी सह-प्रतिवादी के लिए लंबी जेल की सजा भी हो सकती है। लेकिन यह एक नई गतिशीलता का भी परिचय देता है, जिसकी ट्रम्प को शायद आदत नहीं है। सह-प्रतिवादी के रूप में सूचीबद्ध लोग यदि सजा से बचना चाहें तो राज्य के साथ सहयोग करके और सुबूत देकर ऐसा कर सकते हैं। यह संभवतः ट्रम्प के लिए सबसे बड़ा जोखिम है, और संभावना है कि उन्हें फुल्टन काउंटी में दोषी ठहराया जाएगा। इसमें शामिल अन्य लोग सभी परिचित नाम नहीं हैं, और इसमें संभवतः उनके परिवार और दोस्त हैं और वे जेल नहीं जाना चाहते हैं। ऐसे में वह ट्रम्प के ख़िलाफ़ सबूत देने पर आमादा हो सकते हैं। ऐसा लगता है कि जॉर्जिया चुनाव कानून इन अन्य संभावित आरोपों जैसे झूठी शपथ लेना, गलत बयान देना पर ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहा है जो कि पूरी तरह से चुनावी साजिश या चुनाव में हस्तक्षेप नहीं है, जो जॉर्जिया कानून के तहत अलग-अलग आरोप हैं। (द कन्वरसेशन)
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