भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले महीने पड़ोसी देश नेपाल का दौरा करने वाले हैं। पिछले महीने नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद विदेश मंत्री का यह पहला दौरा है। नेपाल को भूकंप में भारत ने सभी तरह की मानवीय मदद की थी। भारत नेपाल के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत करने का प्रयास करेगा। पिछले कुछ वर्षों में भारत और नेपाल के रिश्ते काफी उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार एस जयशंकर नेपाल की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जनवरी के पहले सप्ताह में यहां पहुंचेंगे।
इस दौरान वह एक उच्च स्तरीय द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे और देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जयशंकर नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की 7वीं बैठक में भाग लेने के लिए चार जनवरी को काठमांडू पहुंचेंगे। नेपाल के विदेश मंत्री एन पी सऊद ने अपने भारतीय समकक्ष की नेपाल यात्रा की पुष्टि की। हालांकि उन्होंने कोई विवरण साझा नहीं किया।
नेपाल के विदेश मंत्री ने दिया था एस जयशंकर को निमंत्रण
नेपाल के विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, जयशंकर पिछले समझौतों की समीक्षा करने और संबंधों को बढ़ावा देने को लेकर दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय द्विपक्षीय तंत्र में भाग लेने के लिए सऊद के निमंत्रण पर नेपाल का दौरा करेंगे। यहां विदेश मंत्रालय ने अभी जयशंकर की यात्रा कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। यात्रा के दौरान नेपाल से भारत को 10,000 मेगावाट ऊर्जा निर्यात करने संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि काठमांडू में अपने प्रवास के दौरान जयशंकर नेपाल के शीर्ष नेतृत्व से भी बातचीत करेंगे। (भाषा)
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