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कोरोना से जारी तबाही के बीच आ गया 'फ्लोरोना', इजरायल में मिला पहला केस

'फ्लोरोना' बीमारी का पहला मामला कोरोना और इन्फ्लूएंजा वायरस के दोहरे संक्रमण की वजह से सामने आया है। इसका खुलासा इजरायली अखबार येडियट अहरोनोट (Yediot Ahronot) ने किया है। 

कोरोना से जारी तबाही के बीच आ गया 'फ्लोरोना', इजरायल में मिला पहला केस- India TV Hindi Image Source : AP FILE PHOTO कोरोना से जारी तबाही के बीच आ गया 'फ्लोरोना', इजरायल में मिला पहला केस

Highlights

  • बढ़ते कोरोना के बीच इजरायल में मिला फ्लोरोना का पहला केस
  • बच्चे को जन्म देने आई महिला में मिला कोरोना और इन्फ्लूएंजा का दोहरा संक्रमण
  • दूसरे रोगियों में भी मिल सकता है फ्लोरोना संक्रमण- डॉक्टर

Florona disease in Israel: जहां भारत में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं दुनिया के कई देशों में चौथी लहर जारी है। ऐसे में एक और नयी बीमारी फ्लोरोना (Florona) ने दस्तक दे दी है, जिससे हड़कंप मच गया है। दुनिया अभी कोरोना महामारी से उबर भी नहीं पाई है कि इजरायल में एक नई बीमारी 'फ्लोरोना' ने दस्तक दे दी है। दुनियाभर में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने कहर मचा रहा है वहीं 'फ्लोरोना' ने दुनिया में चिंता बढ़ा दी है।

'फ्लोरोना' बीमारी का पहला मामला कोरोना और इन्फ्लूएंजा वायरस के दोहरे संक्रमण की वजह से सामने आया है। इसका खुलासा इजरायली अखबार येडियट अहरोनोट (Yediot Ahronot) ने किया है। इजरायली अखबार के मुताबिक, इस सप्ताह रैबिन मेडिकल सेंटर (Rabin Medical Centre) में बच्चे को जन्म देने आई एक गर्भवती महिला में दोहरे संक्रमण 'फ्लोरोना' का पहला मामला दर्ज किया गया है। 

'फ्लोरोना' के मामले से इजरायल के स्वास्थ्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। फिलहाल स्वास्थ्य मंत्रालय इस मामले की बारीकी से जांच कर रहा है। वहीं, अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया है कि जिस महिला को फ्लोरोना हुआ है, वह वैक्सीनेटेड नहीं है। लेकिन डॉक्टरों ने बताया है कि उसकी हालत स्थिर है, लेकिन ये एक सबक है कि लोगों को वैक्सीन लगवानी चाहिए। आपको बता दें कि, अभी तक 'फ्लोरोना' बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

हालांकी, इजरायल स्वास्थ्य मंत्रालय अभी 'फ्लोरोना' के पहले मामले के बारे में अध्ययन कर रहा है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि क्या 2 वायरस का संयोजन अधिक गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य अधिकारियों का अनुमान है कि अन्य रोगियों में भी 'फ्लोरोना' मौजूद हो सकता है जो जांच ना होने के चलते सामने नहीं आया। बता दें कि, इजरायल दुनिया का पहला और फिलहाल अकेला देश है जहां कोरोना से बचाव के लिए 2 बूस्टर डोज लगाई जा रही हैं।  

इजराइल में दिया जा रहा चौथा बूस्टर डोज

इजराइल में शुक्रवार को कोरोना के खिलाफ चौथी बूस्टर डोज को अनुमति दी गई है। यह कमजोर इम्यूनिटी वाली आबादी को लगाई जाएगी। इजराइली मीडिया के मुताबिक, यहां 4 महीने पहले कोरोना की वैक्सीन की तीसरी बूस्टर डोज दी गई थी। हालांकि, अब जब ओमिक्रॉन के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, तो यहां की सरकार ने कमजोर इम्यूनिटी वाली आबादी को चौथी बूस्टर डोज देने की अनुमति दे दी है। इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक नचमन ऐश ने शुक्रवार की सुबह वृद्ध रोगियों के लिए जेरियाट्रिक सुविधाओं के टीके को भी मंजूरी दी। इजराइल में कोरोना के मामले फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। इजराइल में अब तक कोरोना के 1,380,053 केस सामने आ चुके हैं, यहां अब तक महामारी में 8 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, 1,349,030 लोग ठीक हो चुके हैं, यहां अभी भी 22 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। 

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