इस्लामाबाद: पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार शहबाज शरीफ के खिलाफ 14 अरब पाकिस्तानी रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग आरोपों की जांच कर रहे संघीय जांच एजेंसी (FIA) का एक टॉप अधिकारी इमरान खान के अपदस्थ होने के बाद अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर चला गया है। रविवार को एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार एफआईए-लाहौर के प्रमुख मोहम्मद रिजवान की 11 अप्रैल 2022 से छुट्टी पर जाने की अर्जी को स्वीकार कर लिया गया है।
शहबाज और उनके बेटे हमजा को सोमवार को मुकदमे के लिए विशेष अदालत में पेश होना है, उससे एक दिन पहले रिजवान के इस फैसले के बारे में पता चला है। एफआईए की विशेष अदालत (सेंट्रल- I) ने 4 अप्रैल को, 14 अरब पाकिस्तानी रुपये के धनशोधन मामले में शहबाज और हमजा को आरोपित करने के लिए सोमवार (11 अप्रैल) को पेश होने को कहा था। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज पेशी से छूट की मांग कर सकते हैं क्योंकि उन्हें उसी दिन संसद में प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव का सामना करना है।
शहबाज ने रविवार को प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस पद के लिए उम्मीदवार हैं। एफआईए अधिकारी रिजवान ने कथित तौर पर कहा है कि वह अपने ''निश्चित स्थानांतरण'' की आशंका को देखते हुए छुट्टी पर चले गए हैं। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री के पूर्व जवाबदेही सलाहकार शहजाद अकबर ने रिजवान को शहबाज व उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामलों में सख्ती बरतने की लिये कहा था। बाद में, खान ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शहबाज को दोषी ठहराए जाने में नाकाम रहने के चलते अकबर को बर्खास्त कर दिया था।
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