24 फरवरी को यूक्रेन में होगी कयामत की रात! रूस ने तैनात कर दी सबसे खतरनाक सतान-2 परमाणु मिसाइल
यूक्रेन युद्ध की बरसी पर कल 24 फरवरी को राष्ट्रपति जेलेंस्की के देश में कयामत की रात आने वाली है। अमेरिका के साथ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने वाला समझौता तोड़ने के बाद बृहस्पतिवार को रूस ने अपनी सबसे खतरनाक परमाणु मिसाइल सतान-2 की तैनाती कर दी है। रूस में इसे सुपर हथियार के नाम से जाना जाता है।
नई दिल्लीः यूक्रेन युद्ध की बरसी पर कल 24 फरवरी को राष्ट्रपति जेलेंस्की के देश में कयामत की रात आने वाली है। अमेरिका के साथ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने वाला समझौता तोड़ने के बाद बृहस्पतिवार को रूस ने अपनी सबसे खतरनाक परमाणु मिसाइल सतान-2 की तैनाती कर दी है। रूस में इसे सुपर हथियार के नाम से जाना जाता है। इसके साथ ही पुतिन ने परमाणु जखीरे की योजना को बढ़ाने का अनावरण भी कर दिया है। वहीं युद्ध की बरसी की पूर्व संध्या पर आज यूक्रेन की सेना ने रूस के दर्जनों असाल्ट हथियारों को फ्रंट लाइन से पीछे धकेल दिया है। उसने पिछले 24 घंटों में 90 रूसी हमलों को नाकाम करने का दावा भी किया है।
पानी से लेकर जमीन और हवा में रूस ने परमाणु मिसाइलों की तैनाती की
रूसी राष्ट्रपति के निर्देश पर जल, थल और नभ में परमाणु मिसाइलों की तैनाती कर दी गई है। इससे महाविनाश होना तय माना जा रहा है। इस बीच पुतिन ने कहा कि "हम हवा-आधारित हाइपरसोनिक किंजल सिस्टम का बड़े पैमाने पर उत्पादन जारी रखेंगे और समुद्र-आधारित ज़िरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइलों की बड़े पैमाने पर आपूर्ति शुरू करेंगे।" उन्होंने यह टिप्पणी तब दी है, जब अमेरिका के साथ नए START परमाणु हथियार नियंत्रण समझौते में रूस की भागीदारी को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि जल, थल और नभ में परमाणु हथियारों का ये त्रिकोण है।
अंतरमहाद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल है सतान-2
रूस ने यूक्रेन के खात्मे के लिए अपने सुपर वीपन कहे जाने वाले अंतरद्विपीय परमाणु मिसाइल सतान-2 की तैनाती करके अपने खतरनाक इरादों को जता दिया है। रूस ने इस मिसाइल को सबसे पहले 2018 में प्रस्तुत किया था। इसे रूस का सुपर हथियार कहा जाता है। अमेरिका का दावा है कि यूक्रेन में बाइडन के दौरे के दिन भी रूस ने एक परमाणु मिसाइल का परीक्षण किया था, जो पूरी तरह विफल रहा है। हालांकि पुतिन ने मंगलवार को अपने स्टेट ऑफ द नेशन स्पीच में कथित रूप से असफल परीक्षण का कोई जिक्र नहीं किया। हाल के सप्ताहों में, रूसी सेना ने पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन में हमलों को तेज कर दिया है, जिसमें अनुमानित बड़े पैमाने पर 500,000 सैनिकों के हमले शामिल हैं, जिनका उद्देश्य बड़े पैमाने पर क्षेत्रों पर कब्जा करना और पुतिन को जीत दिलाना है, जिसकी उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी है।
यूक्रेन ने 90 रूस हमलों को नाकाम करने का दावा किया
यूक्रेन की सेना ने गुरुवार को कहा कि कीव के सैनिकों ने पिछले 24 घंटों में पूर्वोत्तर और पूर्व में 90 रूसी हमलों को नाकाम कर दिया। ब्रिगेडियर जनरल ओलेक्सी ग्रोमोव ने कहा कि रूस ने गर्मियों तक दोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्रों में अभी तक अपने नियंत्रण वाली सभी भूमि पर कब्जा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ग्रोमोव ने कहा, "दुश्मन यूक्रेन की सशस्त्र बलों की इकाइयों को ख़त्म करने के प्रयास में जानबूझकर शत्रुता को तेज कर रहा है।" यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि सेना युद्ध में नए मसौदे तैयार करती है - लेकिन ग्रोमोव ने कहा कि मॉस्को बखमुत की लड़ाई में नियमित इकाइयों से अधिक अनुभवी सैनिकों का उपयोग कर रहा था, जिसे दोनों पक्षों ने "मांस की चक्की" करार दिया है।
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