Cyclone Mocha: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान 'मोचा' भारत के तटीय इलाकों से गुजरने के बाद अब बांग्लादेश के लिए खतरा बन गया है। चक्रवात का प्रकोप जैसे जैसे तेज हो रहा है, हवाएं भी तेजी से चलना शुरू हो गई हैं। बांग्लादेश की मीडिया के अनुसार 'मोचा' जैसे जैसे खतरनाक होगा, वैसे ही बांग्लादेश का एक द्वीप पानी में डूब जाएगा। हालांकि टापू का डूबना स्थाई नहीं होगा, कुछ समय बाद द्वीप का पानी वापस उतर जाएगा।
'मोचा' के खतरनाक होते ही डूब जाएगा बांग्लादेश का द्वीप
बांग्लादेशी अधिकारियों ने बताया कि 'बांग्लादेश के द्वीप सेंट मार्टिन पर किसी बुनियादी ढांचे का विकास नहीं हुआ है। जब तूफान का प्रकोप बढ़ेगा तो इसके असर से पानी सेंट मार्टिन द्वीप के एक तरह से चढ़कर दूसरी तरफ निकलेगा। इसके चलते कुछ देर के लिए सेंट मार्टिन द्वीप पानी में डूब जाएगा।' बांग्लादेशी मौसम विभाग का कहना है कि तूफान का केंद्र म्यांमार है, जिसका असर बांग्लादेश के कोक्स बाजार में भी रहेगा। बांग्लादेश के तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो चुकी है।
210 किमी प्रतिघंटे की गति से चलेंगी हवाएं
मोका तूफान के चलते बांग्लादेश के मध्य-पूर्वी खाड़ी और उसके नजदीकी इलाकों में तेज हवाएं चलेंगी। हवाओं की स्पीड 210 किलोमीटर प्रतिघंटे तक रह सकती है। तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इनमें चट्टोग्राम, फेनी, नोआखली, लक्शमीपुर, चांदपुर, बारिशल, पुतुआखली, झालाकाथी, पिरोजपुर,बारगुना और भोला जैसे इलाके शामिल हैं।
चक्रवात भारत से चुरा ले गया वातावरण की 'नमी'
चक्रवाती तूफान मोचा का भारत पर विपरीत प्रभाव यह रहा है कि यह भारत से नमी अपने साथ ले गया, इस वजह से तापमान अचानक बढ़ गया और कई राज्यों में लू का यानी हीटवेव का खतरा बढ़ गया है। मोचा के कारण नमी खत्म होते ही पश्चिमी हवाओं का असर भारत पर तेजी से पड़ गया है। इस कारण पश्चिम, मध्य और उत्तर व पूर्वी भारत के कई इलाकों में एकाएक तापमान बढ़ गया और हीटवेव की नौबत आ गई।
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