Cyclone Biparjoy : पाकिस्तान में भी बचाव की तैयारियां हुईं तेज, सिंध में 67 हजार लोग सुरक्षित जगहों पर भेजे गए
गंभीर रूप ले चुके चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर पाकिस्तान में बचाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। सिंध में 67 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
इस्लामाबाद/कराची: चक्रवात बिपारजॉय (Cyclone Biparjoy) को लेकर पाकिस्तान में हाई अलर्ट जारी है। इस बीच तटीय इलाकों से लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। दक्षिणी सिंध प्रांत में लगभग 67,000 लोगों को उनके घरों से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। चक्रवात के प्रभाव से कई शहरों में भारी बारिश और बाढ़ की संभावना है और इससे निपटने के लिए तैयारियां की जा रही हैं।
जानमाल का नुकसान कम करने के लिए उठाए गए एहतियाती कदम
‘‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील हो चुका बिपारजॉय भारत और पाकिस्तान के करीब पहुंच रहा है, जिसकी वजह से अधिकारी जानमाल के संभावित नुकसान को कम करने के लिए एहतियाती कदम उठा रहे हैं। ‘‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’’ के सिंध के थट्टा जिले में केटी बंदर बंदरगाह और भारत में कच्छ जिले के बीच पहुंचने की संभावना है। सिंध के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमएच) द्वारा साझा की गई सूचना के अनुसार थट्टा, सुजावल और बदीन के तीन संवेदनशील जिलों से 67,367 लोगों को उनके घरों से निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है और वहां 39 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि इनमें से आधे लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है जबकि अन्य ने अपने रिश्तेदारों के साथ रहने की इच्छा जताई है।
पीएम शहबाज शरीफ ने अधिकारियों को दिया निर्देश
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि चक्रवात से निपटने के लिए एहतियाती कदम के तहत वे तटीय इलाकों से 50,000 से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाएं और अन्य इंतजाम करें। उन्होंने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘मैंने अभी सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह से बात की और चक्रवात से निपटने की तैयारियों पर चर्चा की। मैं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सिंध सरकार द्वारा की गई व्यवस्था की सराहना करता हूं। मैंने सिंध सरकार को संघीय सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। अल्लाह ने चाहा तो जनता के सहयोग से हम इस स्थिति से उबर जाएंगे।’’
तटीय इलाकों में राहत के लिए फौज तैनात
पाकिस्तान ने तटीय क्षेत्रों में बचाव कार्यों में मदद के लिए नागरिक प्रशासन और सशस्त्र बलों के कर्मियों को पहले से ही तैनात कर दिया है। जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि कराची पर तत्काल कोई खतरा नहीं है, लेकिन देश के आर्थिक केंद्र को नुकसान पहुंचाने वाली हवाओं और बारिश से निपटने के लिए आपातकालीन उपाय किए जा रहे हैं। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के अलर्ट के अनुसार, चक्रवात बिपारजॉय के प्रभाव से भारत के गुजरात राज्य में मांडवी और कराची के बीच 325 किलोमीटर के लंबे तटीय क्षेत्र में तेज हवाएं, तूफानी लहरें कहर ढाएंगी और तेज बारिश होगी। इससे पहले सिंध के सूचना मंत्री शरजील मेमन ने संवाददाताओं को बताया कि सिंध के तटीय क्षेत्रों के निकटवर्ती इलाकों से लगभग 62,000 लोगों को हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मेमन ने कहा, ‘‘अब तक थट्टा, केटी बंदर, सुजावल, बादिन, उमेरकोट, थारपारकर, शहीद बेनजीराबाद, टंडो मुहम्मद खान, टंडो अल्लायार और संघार में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।’’
कई लोग घर छोड़ने के लिए नहीं हो रहे थे तैयार
उन्होंने कहा कि इन लोगों को मजबूत इमारतों वाले सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में आश्रय दिया गया है और पर्याप्त भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मेमन ने कहा कि थट्टा, केटी बंदर और सुजावल के कई इलाकों में कुछ परिवार अपने घर छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें वहां से जबरन हटाना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे लोग भी हैं जो स्वेच्छा से सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे।’’ पीडीएम ने कहा है कि चक्रवात बिपारजॉय बृहस्पतिवार दोपहर या शाम को दस्तक देगा और अपने साथ भारी बारिश और तूफान लाएगा। चक्रवात के कारण कराची और हैदराबाद जैसे शहरों में भारी बाढ़ आ सकती है। (इनपुट-भाषा)