पाकिस्तान में महिला के साथ भीड़ ने की शर्मनाक हरकत, कुर्ता देखते ही मचा बवाल
पाकिस्तान में एक महिला को अपने पहनावे की वजह से भीड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा। गलती नहीं होने पर भी उस महिला ने माफी मांगी। महिला के कुर्ते को देखते ही भीड़ भड़क गई। कुर्ते को लेकर बवाल मच गया।
Pakistan News: पाकिस्तान में लोकतंत्र की धज्जियां पहले ही उड़ रही हैं। यहां आम आदमी के अधिकारों की बात कहना बेमानी है। पहनावे, वाक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी समाज में स्थिति बुरी है। पहनावे से जुड़ा ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इसमें एक महिला को भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ये घटना लाहौर की है।
जानकारी के अनुसार लाहौर में एक महिला को एक पोशाक पहनना भारी पड़ गया। उस महिला ने यह नहीं सोचा होगा कि उसे अपने पहनावे की वजह से पुलिस थाने जाना पड़ेगा। दरअसल, शॉपिंग के लिए गई एक महिला मॉब लिंचिंग का शिकार हो गई। उसे अरबी प्रिंट वाली पोशाक पहनने पर वहां मौजूद लोगों ने घेर लिया।
जानिए क्या है पूरा मामला?
भीड़ ने यहां बैठी एक महिला को घेर लिया और यहां तक कि उसकी जान लेने की कोशिश की। लाहौर के अचरा बाजार में एक होटल में यह महिला खाना खाने के लिए आई थी। उस महिला की ड्रेस पर अरबी भाषा में प्रिंट था। वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसे कुरान की आयत बताते हुए उस पर ईशनिंदा का अरोप मढ़ दिया।
फिर क्या था, देखते ही देखते वहां भीड़ इकट्ठा हो गई। महिला को चारों ओर से घेर लिया, जिस पर वह घबरा गई। लोगों ने उस महिला पर अपमान करने का आरोप लगा दिया। वो तो गनीमत थी कि समय पर वहां इलाके की पुलिस अधिकारी एएसपी सैयदा शहरबानो नकवी पहुंच गईं और महिला को भीड़ के बीच से निकालकर उसे थाने ले आईं। इससे के साथ कोई अनहोनी होने से बच गई।
गलती नहीं, फिर भी मांगी माफी
हालांकि, गलती नहीं होने के बावजूद महिला ने इस घटना के लिए माफी मांगी। ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में, महिला को यह कहते हुए सुना गया, 'मुझे कुर्ता अच्छा लगा था इसलिए खरीदा था। सोचा नहीं था कि लोग इस तरह सोचेंगे।
पंजाब पुलिस ने की महिला पुलिस अधिकारी की तारीफ
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने लिखा, 'गुलबर्ग लाहौर की बहादुर एसडीपीओ एएसपी सैयदा शहरबानो नकवी ने एक महिला को हिंसक भीड़ से बचाने के लिए अपनी जान खतरे में डाल दी। इस साहसिक कार्य के लिए, पंजाब पुलिस ने वीरता पुरस्कार के लिए उस महिला की रिकमंड की है।
'महिला से भीड़ ने कुर्ता उतारने को कहा'
इस बीच, घटना के बारे में बात करते हुए महिला पुलिस अधिकारी ने एक अन्य वीडियो में कहा, 'महिला अपने पति के साथ खरीदारी के लिए गई थी। उसने एक कुर्ता पहना हुआ था, जिस पर कुछ शब्द लिखे हुए थे। कुछ लोगों ने देखा तो अरबी भाषा में लिखे प्रिंट की वजह से उसे कुर्ता उतारने को कहा। इससे असमंजस की स्थिति बन गई।'
मॉब लिंचिंग देश को निगल रही
वीडियो को शेयर करते हुए एक शख्स ने कहा, 'लाहौर में एक और नाटक। महिला लोगों से घिरी हुई थी क्योंकि उसके रिस्टबैंड पर अरबी में नाम थे, कुछ कुरान की आयतें कह रहे हैं। वास्तव में, यह नहीं है। यह सिर्फ सरल अरबी शब्द हैं जो धर्म के बारे में नहीं है। इस पर जो लिखा है उसका अर्थ है सुंदर। यह अरबी शब्द है। पूरे देश में धार्मिक कार्ड का चलन तेज हो रहा है। मॉब लिंचिंग देश को निगल रही है। सवाल यह है कि इस तरह की चीजों को कौन बढ़ावा दे रहा है।'
महिला ने मांगी माफी
हालांकि, गलती नहीं होने के बावजूद महिला ने इस घटना के लिए माफी मांगी। ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में, महिला को यह कहते हुए सुना गया, 'मुझे कुर्ता अच्छा लगा था इसलिए खरीदा था। सोचा नहीं था कि लोग इस तरह सोचेंगे। कुरान का अपमान करने का मेरा कोई इरादा नहीं था। मैं इस घटना के लिए माफी मांगती हूं।'