China Corona News: जिस चीन ने दुनिया को कोरोना दिया, वही चीन अब कोरोना का दंश झेल रहा है। जीरो कोविड पॉलिसी अपनाने वाला चीन लंबे समय से कोविड की गिरफ्त में है। कोरोना किस कदर चीन को डराता है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों हुई शंघाई समिट से पहले 2 साल तक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने देश से ही बाहर नहीं निकले थे। वहीं चीन का औद्योगिक नगर शंघाई कई महीनों से लगातार कोरोना का दंश झेल रहा है। बीच में कोरोना के मामले जरूर कम हो गए थे, लेकिन अब एक बार फिर तेजी से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। हालात यह हो गए हैं कि कुछ जगहों पर फिर लॉकडाउन लगाया जा रहा है। लोगों पर पाबंदी लगाई जा रही है और नई ट्रैवल गाइडलाइन भी जारी की गई है।
दो नए सब वैरिएंट से कोरोना के मामलों में आया उछाल
चीन फिर कोरोना की गिरफ्त में आ गया है। इस समय चीन में ओमिक्रॉन के दो नए सब वैरिएंट सामने आए हैं- बीएफ.7 और बीए.5.1.7. इन दो सब वैरिएंट की वजह से ही चीन में अचानक से कोरोना मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है। आंकड़ों के मुताबिक 10 अक्टूबर को चीन में कोरोना के 2,089 केस दर्ज किए गए थे, ये 20 अगस्त के बाद से दर्ज किया गया सबसे बड़ा आंकड़ा रहा।
शेनझेन में हालात इतने बुरे कि बंद कर रहे स्कूल
वहीं चीन के ही Shenzhen में बीएफ.7 की वजह से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। वहां भी मामले तीन गुना तक बढ़ चुके हैं। स्थिति को देखते हुए जो भी लोग अब Shenzhen आएंगे, उनके तीन दिन के भीतर तीन अलग-अलग टेस्ट किए जाएंगे। Shenzhen में हालात इतने चिंताजनक हो गए हैं कि अधिकारी आनन-फानन में स्कूल बंद कर रहे हैं, एंटरटेनमेंट वाली जगहों पर ताला लगा रहे हैं।
नए वैरिएंट से आ रही नई लहरें, चीन से यूरोप तक बढ़ रहे मामले
क्या चीन में आए कोरोना के ये नए सब वैरिएंट खतरनाक हैं? क्या इनसे डरने की जरूरत है? इस बारे में डॉक्टर राजीव जयदेवन बताते हैं कि ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट्स की वजह से कोरोना की नई लहरें कई जगह देखने को मिल रही हैं। यूके और जर्मनी में भी इस वजह से मामले बढ़ने लगे हैं। इन वैरिएंट को लेकर जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक ये इम्युनिटी को चकमा दे सकते हैं। अभी तक ये संकेत तो नहीं मिले हैं कि इस सब वैरिएंट की वजह से ज्यादा गंभीर लक्षण देखने को मिलेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि चीन वायरस को यूं फैलने नहीं दे सकता है। ओमिक्रॉन तेजी से फैलता है और मौते भी हो सकती हैं। यही कारण है कि चीन जीरो कोविड पॉलिसी अपनाता है। इस पॉलिसी को वो नहीं बदलना चाहेगा।
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