A
Hindi News विदेश एशिया G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, प्रधानमंत्री ली कियांग ले सकते हैं हिस्सा-सूत्र

G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, प्रधानमंत्री ली कियांग ले सकते हैं हिस्सा-सूत्र

शी जिनपिंग के नई दिल्ली में होनेवाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की संभावना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति 9 से 10 सितंबर तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत नहीं आएंगे।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (ब्रिक्स सम्मेलन की तस्वीर)- India TV Hindi Image Source : पीटीआई चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (ब्रिक्स सम्मेलन की तस्वीर)

नई दिल्ली/बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग नई दिल्ली में होनेवाले G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की संभावना कम है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले ये यह जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक शी जिनपिंग की जगह बीजिंग का प्रतिनिधित्व चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग करेंगे। बता दें कि विश्व के जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन नयी दिल्ली में नौ से 10 सितंबर तक होगा। शिखर सम्मेलन के भारत में विश्व के नेताओं की सबसे बड़ी बैठकों में से एक होने की उम्मीद है। भारत ने एक दिसंबर 2022 को इंडोनेशिया से जी20 की अध्यक्षता हासिल की थी। 

अमेरिका से संबंध सुधारने का मौका

भारत में हो रहे इस शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शामिल हो रहे हैं। इसलिए यह एक ऐसी जगह है जहां जिनपिंग को अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलकात का मौका मिल सकता था। दोनों महाशक्तियां अपने खराब संबंधों को सुधारना चाहती हैं। शी ने आखिरी बार बिडेन से पिछले नवंबर में इंडोनेशिया के बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर मुलाकात की थी।

भारत सरकार के  वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि “हमें पता है कि शी की जगह प्रधानमंत्री आएंगे।” वहीं चीन में, दो विदेशी राजनयिकों और एक अन्य G20 देश के एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि शी संभवतः शिखर सम्मेलन के लिए भारत की यात्रा नहीं करेंगे। वहीं उनके भारत नहीं जाने के कारणों को लेकर भी कोई स्पष्टता नहीं है।

 भारत-चीन के बीच एलएसी को लेकर तनाव

भारत और चीन के बीच एलएसी को लेकर जारी गतिरोध अभी तक बना हुआ है। दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन हालात संतोषजनक नहीं बताए जा रहे हैं। चीन अपनी विस्तारवादी नीतियों के तहत अपनी सीमा से लगे देशों के बॉर्डर का अतिक्रमण करता रहा है। वर्ष 2020 के जून में गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीन की पीएलए के सैनिकों के बीच झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे जबकि चीन के सैनिक कहीं ज्यादा बड़ी संख्या में हताहत हुए थे। उसके बाद दोनों देशों के बीच संबंध काफी बिगड़ गए थे। एलएसी पर दोनों देशों की सेनाओं आमने-सामने थीं। 

इस बीच ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति और पीएम मोदी के बीच मुलाकात भी हुई। लेकिन इस दौरान भी एलएसी पर चीन के रुख में कोई बदलाव नहीं नजर आया। हालांकि दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर वार्ता अभी भी जारी है। समय-समय पर सेना के कमांडरों की मीटिंग होती है।

Latest World News