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घर में कौन क्या कर रहा?...चीन इस देश में देख रहा था सबकुछ, हुआ खुलासा तो मच गया हड़कंप

Chinese Embassy CCTV camera in Lisbon: शातिर चीन अपने अजीबोगरीब कारनामों और जासूसी के चलते सुर्खियों में रहता है। विभिन्न देशों की जासूसी करना चीनी फितरत बन चुकी है। मगर जब चीन इस हद तक उतर जाए कि वह सीसीटीवी कैमरे लगाकर लोगों के घरों के अंदर होने वाली हर गतिविधियों की जासूसी करने लगे तो इसे आप क्या कहेंगे?...

लिस्बन में चीनी दूतावास के पास लगे सीसीटीवी कैमरे - India TV Hindi Image Source : REUTERS लिस्बन में चीनी दूतावास के पास लगे सीसीटीवी कैमरे

Chinese Embassy CCTV camera in Lisbon: शातिर चीन अपने अजीबोगरीब कारनामों और जासूसी के चलते सुर्खियों में रहता है। विभिन्न देशों की जासूसी करना चीनी फितरत बन चुकी है। मगर जब चीन इस हद तक उतर जाए कि वह सीसीटीवी कैमरे लगाकर लोगों के घरों के अंदर होने वाली हर गतिविधियों की जासूसी करने लगे तो इसे आप क्या कहेंगे?...चौंकिये मत, चीन द्वारा एक ऐसी ही हरकत किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां वह सीसीटीवी कैमरों से लोगों के घरों में अंदर तक ताक-झांक कर रहा था। निवासियों को इस बात का पता चला तो उनके होश फाख्ते हो गए। इसके साथ ही चीन की बड़ी साजिश का भंडाफोड़ हो गया। इससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है।

चीन द्वारा जासूसी करने का यह मामला पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन का है, जहां वह अपने दूतावास में लगाए गए 360 डिग्री हाई रिजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरों से लोगों के घरों की जासूसी कर रहा था। कैमरों के एंगल को देखकर आसपास के लोगों को इसका शक हुआ। धीरे-धीरे एक के बाद एक करके कई लोगों ने इसकी शिकायत करनी शुरू की। मामले की पोल खुलते देख चीन ने तत्काल प्रभाव से इन सीसीटीवी कैमरों को हटा लिया है। पुर्तगाल सरकार भी चीन की इस हरकत से हैरान रह गई है।  

लिस्बन में है चीनी दूतावास
पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में चीनी दूतावास में दो महीने पहले कॉन्सुलर सेक्शन के आसपास तीन बड़े 360-डिग्री निगरानी कैमरे स्थापित किए गए थे। एक स्थानीय निवासी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया को बताया कि चीनी दूतावास के सीसीटीवी कैमरे इस एंगल से लगाए गए थे कि वह आसपास के अपार्टमेंट से लेकर सार्वजनिक सड़कों को भी दर्शाने में सक्षम थे। इस बात से उन्हें चिंता थी। लिस्बन में चीनी दूतावास में स्थापित निगरानी कैमरों को गुरुवार को निवासियों द्वारा "गोपनीयता के घोर उल्लंघन" की चिंताओं के बाद हटा दिया गया है और कुछ को बदल दिया गया है। पांच अन्य निवासियों ने भी कहा कि वह भी इन सीसीटीवी कैमरों से चिंतित थे, क्योंकि यह अपार्टमेंट इमारतों समेत आसपास के दृश्य को फिल्माने में सक्षम हो सकते हैं।

पुर्तगाल सरकार ने शुरू की जांच
पुर्तगाल के विदेश मंत्रालय ने घटना की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। सरकार ने संबंधित अधिकारियों से यह मूल्यांकन करने के लिए कहा है कि निगरानी कैमरे नियमों का अनुपालन करते हैं या नहीं। पुर्तगाली कानून के अनुसार निगरानी कैमरे संपत्तियों या सार्वजनिक सड़कों पर इंगित नहीं किए जा सकते हैं। वह केवल अपनी संपत्ति तक पहुंच को कवर करने के जरूरी हैं। पुर्तगाल के राष्ट्रीय डेटा संरक्षण आयोग (CNPD) ने को कहा कि वह स्थिति स्पष्ट करने के लिए चीनी दूतावास तक पहुंचेगा। वहीं इस मामले में चीनी दूतावास ने अभी कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है और न ही चीनी विदेश मंत्रालय ने कुछ बयान दिया है।

हिकविजन ब्रांड के कैमरे
पुर्तगाल के सीएनपीडी ने कैमरों को हटाए जाने या उनकी स्थिति बदलने के बाद तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है। चीन ने इन कैमरों को दूतावास की दीवारों पर फैले धातु के खंभों पर लगाए गए थे। यह कैमरे चीनी फर्म हिकविजन ब्रांड द्वारा निर्मित थे। उच्च गुणवत्ता के चलते इन्हें संवेदनशील स्थानों पर चीन लगवाता है। दूतावास के कांसुलर सेक्शन से सड़क के उस पार रहने वाले एक निवासी ने इस स्थिति को "गोपनीयता का घोर उल्लंघन" बताया। चीन के पास दुनिया की सबसे परिष्कृत निगरानी प्रणाली है और कुछ चीनी दूतावासों को विदेशों में अत्यधिक निगरानी और सुरक्षात्मक उपायों को लागू करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है।

पुर्तगाल से पहले ब्रिटिश सरकार ने भी सुरक्षा जोखिमों का हवाला देते हुए नवंबर में अपने विभागों को संवेदनशील इमारतों में हिकविजन या अन्य चीनी-लिंक्ड निगरानी कैमरों को स्थापित करने से रोकने का निर्देश दिया था। पुर्तगाली विदेश मंत्रालय ने कहा, "निगरानी कैमरों की स्थापना कानूनी रूप से स्थापित नियमों का पालन करती है, जिसे किसी भी इकाई को स्वाभाविक रूप से ईमानदारी से पालन करना चाहिए।"

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