नई दिल्ली: चीन का दुश्मन फिलीपींस इन दिनों भारत के प्रमुख रक्षा साझेदारों के रूप में उभर रहा है। यह बात चीन को बेहद नागवार गुजर रही है। मगर इस दौरान शुक्रवार को नई दिल्ली में भारत और फिलीपींस के बीच चौथी संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की अहम बैठक हुई है। इस बैठक में भारत और फिलीपींस ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा करने के साथ ही साथ इन संबंधों को और अधिक गहराई तक ले जाने और उसे बढ़ाने के तरीकों पर लंबा विचार विमर्श किया है।
भारत और फिलीपींस का मुख्य मकसद दक्षिण चीन सागर में बढ़ती चीन की दादागिरी को रोकना है। साथ ही अपने सीमावर्ती सुरक्षा को मजबूत करने में आपसी सहयोग बढ़ाना है। मगर यह बात चीन को बेहद नागवार गुजरी है। दरअसल चीन की काफी सीमा फिलीपींस से भी मिलती है और ड्रैगन अपनी दादागिरी से इस देश को तनाव देता रहता है। इसलिए फिलीपींस ने भारत के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इससे ड्रैगन का परेशान होना लाजमी है।
दोनों देशों के बीच बढ़ेगी रक्षा साक्षेदारी
चौथी संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की बैठक में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा की और संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमिताभ प्रसाद ने किया, जबकि फिलीपींस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रीय रक्षा विभाग में रणनीति आकलन और अंतरराष्ट्रीय मामलों के लिए सहायक सचिव पाब्लो एम.लोरेंजो ने किया। इसमें बताया गया है, ‘‘बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा की और संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रभावी एवं व्यावहारिक पहल पर चर्चा की।
Latest World News