चीन ने लंबे समय से गायब चल रहे अपने रक्षा मंत्री ली शांगफू को हटाने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। मार्च महीने में देश के रक्षा मंत्री का पदभार संभालने वाले ली शांगफू को 29 अगस्त को भाषण देने के बाद से नहीं देखा गया था। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सरकार की ओर से की गई घोषणा के मुताबिक, ली शांगफू को राज्य परिषद, चीन के मंत्रिमंडल और सरकारी सत्ता के केंद्र से हटा दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
चीन की सेना में हथियारों की आपूर्ति का विभाग संभालने वाले ली शांगफू को हाल ही में प्रोमोट कर के देश का रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया था। हालांकि, 29 अगस्त को भाषण देने के बाद से ही वह गायब चल रहे थे। रिपोर्ट्स की मानें तो जापान में अमेरिका के राजदूत ने सबसे पहले रक्षा मंत्री ली शांगफू के गायब होने की बात का खुलासा किया था। बता दें कि रूस से हथियार खरीद की देखरेख के संबंध में ली पर अमेरिकी प्रतिबंध भी लगा था।
क्या है आरोप?
अलग-अलग रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्षा मंत्री ली शांगफू पर भ्रष्टाचार के मामले की जांच बैठी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीनी रक्षा मंत्री को एक हफ्ते पहले ही अधिकारियों द्वारा पूछताछ के लिए ले जाया गया था। बता दें कि चीन की राजनीतिक और कानूनी प्रणाली अत्यधिक अपारदर्शी है। कई बार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को खत्म करने के भी आरोप लगते रहते हैं।
विदेश मंत्री भी हुए थे गायब
चीन के विदेश मंत्री किन गैंग भी बीते कई महीनों से लापचता चल रहे हैं। कई बड़ी बैठकों से गायब रहने के बाद उनके लापता होने का खुलासा हुआ था। इसके बाद जुलाई महीने में चीन की सरकार ने एक दम से उनकी जगह वांग यी को फिर से विदेश मंत्री बना दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, किन ने आखिरी बार श्रीलंका और रूस के अधिकारियों के साथ 25 जून को बैठक की थी।
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