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Hindi News विदेश एशिया China Weapons: चीन ने बनाया दुनिया का सबसे खतरनाक और रहस्यमयी Drone! अमेरिका के यूएवी जैसा डिजाइन, यहां देखें वायरल VIDEO

China Weapons: चीन ने बनाया दुनिया का सबसे खतरनाक और रहस्यमयी Drone! अमेरिका के यूएवी जैसा डिजाइन, यहां देखें वायरल VIDEO

China Mysterious Drone: चीन लगातार अधिक क्षमता वाले और रहस्यमयी हथियारों को विकसित कर रहा है। उसके एक ड्रोन का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है।

China Drone- India TV Hindi Image Source : TWITTER China Drone

Highlights

  • चीन के ड्रोन का वीडियो वायरल
  • रहस्यमयी बताया जा रहा ड्रोन
  • अमेरिका के यूएवी जैसा है डिजाइन

China Mysterious Drone: चीन अपने हथियारों को लगातार विकसित कर रहा है, इस बारे में हर कोई जानता है। अभी हाल में ही उसके एक ड्रोन की तस्वीर सामने आई, जिसने विशेषज्ञों को हैरत में डाल दिया है। उन्होंने ड्रोन को एक रहस्य बताया है। पहली बार में देखने पर ये ड्रोन अमेरिका के लड़ाकू ड्रोन X-47B जैसा दिखता है, जिसे नॉर्थरोप ग्रुमम ग्रुप ने विकसित किया है। ये ड्रोन अब सेवा में नहीं है। लेकिन विशेषज्ञ चीन के ड्रोन को देखकर हैरानी में पड़ गए हैं। इनका मानना है कि या तो इस ड्रोन को सेना में शामिल कर लिया गया है, या फिर अभी और विकसित किया जाना है। इसका एक वीडियो भी चीन के सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म वीबो पर अपलोड किया गय है।
 
ड्रोन के इस 13 सेकंड के वीडियो को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वीडियो में ड्रोन का डिजाइन बेशक दिखाई दे रहा है, लेकिन इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि वीडियो में जो ड्रोन जेट दिखाई दे रहा है, चीन उससे बिलकुल अलग ड्रोन तैयार कर रहा है। यह एक और स्टार शैडो ड्रोन जैसा लग रहा है, जिसे चीन ने ही बनाया है। नए ड्रोन की तस्वीरें दिखने में थोड़ी धुंधली हैं और ऐसे में इससे जुड़ी जानकारी सामने नहीं आ सकी है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह नया ड्रोन स्टार शैडो का ही सीक्वल है। स्टार शैडो को चीनी कंपनी स्टार यूएवी सिस्टमंस ने बनाया है। ये कंपनी यहां के चेंगदू में स्थित है। साल 2018 में इस ड्रोन का मॉडल सिंगापुर के एयर शो में देखा गया था।  

स्टार शैडो ड्रोन कैसा है?

स्टार शैडो ड्रोन के विंगस्पैन 50 फीट के हैं और इसकी लंबाई करीब 23 फीट है। ये ड्रोन 12 घंटे तक हवा में रह सकता है। टेकऑफ के वक्त इसका वजन करीब चार हजार किलोग्राम तक रहता है। यह TWS800 टर्बोफैन इंजन से चलता है। इसे चीन के ड्रोन फ्लीट का सबसे ताकवर ड्रोन भी कहा जाता है। चीन इस वक्त काफी ज्यादा स्टील्थ ड्रोन बना रहा है, जो कम समय में दुश्मन को अधिक से अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। 

हालांकि विशेषज्ञ हमेशा से ही चीनी ड्रोन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करते आए हैं। उनका कहना है कि चीन को मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम (एमटीसीआर) से भी डर नहीं लगता है। उसका मकसद ज्यादा से मिसाइल और ड्रोन निर्यात करना है। चीन इस तरह के हथियार अन्य देशों को बेचने के लिए हमेशा ही तैयार रहता है।  

अमेरिका के ड्रोन की कॉपी

चीन बीते एक दशक से अपने ड्रोन्स की क्षमता बढ़ाने के लिए तकनीक पर काम कर रहा है। चीन का उद्देश्य इस क्षेत्र में अमेरिका को पछाड़ना है। वह इसके लिए जो कोशिशें कर रहा है, उन्हें भी दुनिया से छिपाकर रखता है। चीन के ऐसे बहुत से हथियार हैं, जो अमेरिकी हथियारों जैसे दिखाई देते हैं। इनमें लड़ाकू विमान से लेकर युद्धपोत तक शामिल हैं। ये भी कहा जाता है कि चीन के हर सिस्टम का मोटिव ही अमेरिका की नकल कर उसकी बराबरी करना है।  

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