चीन की नजर अब धीरे-धीरे अंटार्कटिका पर? जानिए क्या उठाया बड़ा कदम
चीन ने अंटार्कटिका में अपनी मौजूदगी बढ़ाते हुए अपना पहला वायुमंडलीय निगरानी स्टेशन स्थापित किया है। चीन के इस नए निगरानी स्टेशन के ऑब्जरवेशन से कई अहम जानकारियां मिलेंगी।
बीजिंग: चीन ने अंटार्कटिका में अपना पहला वायुमंडलीय निगरानी स्टेशन स्थापित किया है। चीन इस बर्फीले और संसाधन-संपन्न दक्षिणी महाद्वीप में इस अनुसंधान स्टेशन का निर्माण कर वहां अपनी मौजूदगी को मजबूत कर रहा है। चीन मौसम विज्ञान प्रशासन (सीएमए) के अनुसार, पूर्वी अंटार्कटिका के ‘लार्समैन हिल्स’ में स्थित झोंगशान नेशनल ऐटमॉसफेरिक बैकग्राउंउ एडमिनिसट्रेश (सीएमए) में रविवार से कामकाज शुरू हो गया है।
मिलेगी वायुमंडल संरचना से संबंधित जानकारी
सीएमए वेबसाइट पर सोमवार को प्रकाशित एक लेख में कहा गया है, ‘‘यह स्टेशन अंटार्कटिका के वायुमंडलीय घटकों में सांद्रता (Concentrations) परिवर्तनों के बारे में निरंतर और लॉन्ग टर्म ऑपरेशन ओवरव्यू करेगा। इसके साथ ही यह क्षेत्र में वायुमंडलीय संरचना से संबंधित विशेषताओं की औसत स्थिति के विश्वसनीय आंकड़े और जानकरी भी प्रदान करेगा।’’
चीन कर रहा है निगरानी स्टेशनों का परीक्षण
हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार, लेख में कहा गया है कि निगरानी डेटा ‘जलवायु परिवर्तन के प्रति वैश्विक प्रतिक्रिया का अध्ययन करेगा।’ यह चीन का नौवां वायुमंडलीय निगरानी स्टेशन और विदेश में इसका पहला स्टेशन है। इसके अलावा, चीन में वर्तमान में 10 नए वायुमंडलीय निगरानी स्टेशनों का परीक्षण किया जा रहा है।
पर्यावरण पर मानवीय गतिविधियों के प्रभाव का होगा अध्ययन
चीनी मौसम विज्ञान अकादमी के वैश्विक परिवर्तन एवं ध्रुवीय मौसम विज्ञान संस्थान के निदेशक डिंग मिंगु ने कहा कि नए स्टेशन के ऑब्जरवेशन से कई जानकारियां मिलेंगी। इससे पर्यावरण पर मानवीय गतिविधियों के प्रभाव के अध्ययन में भी मदद मिलेगी। (भाषा)
यह भी पढ़ें:
पाकिस्तान: इमरान खान और बुशरा बीबी सहित 94 लोगों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी, जानें वजह
बाइडेन ने कार्यकाल खत्म होने से पहले किया अहम फैसला, भारत को होगा फायदा