China: चीन से जुड़ी बड़ी खबर पर 'बड़ा खुलासा', पता चला गया, कैसे फैली शी जिनपिंग के तख्तापलट की अफवाह? क्या है ली क्याओमिंग का सच?
China Coup Xi Jinping: चीन से जुडे़ लगभग हर मामले में दुनिया को आड़े हाथ लेने वाले उसके 'वॉल्फ वॉरियर्स' यानी अधिकारी भी चुप हैं। लेकिन अब एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आखिर कैसे चीन में तख्तापलट की अफवाह पूरी दुनिया में फैल गई।
Highlights
- चीन में तख्तापलट की उड़ी अफवाह
- शी जिनपिंग लगातार हो रहे ट्विटर पर ट्रेंड
- अफवाह के पीछे सैन्य सेमिनार है वजह
China Coup: सोशल मीडिया पर शनिवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से जुड़ी एक अफवाह फैली, हालांकि ये अफवाह ही है, इसकी पुष्टि भी अभी तक नहीं हो सकी है। मामले में चीन ने चुप्पी साधी हुई है, जबकि हंगामा पूरी दुनिया में हो रहा है। खबर ये थी कि चीन में तख्तापलट कर दिया गया है और शी जिनपिंग अपने घर में नजरबंद हैं। साथ ही यह भी कहा गया कि जिनपिंग के स्थान पर जनरल ली क्याओमिंग देश के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ट्विटर पर कुछ लोग इस बात को सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ इसे महज अफवाह करार दे रहे हैं। सच्चाई क्या है, ये कोई नहीं जानता। चीन के सरकारी अखबार और सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने चुप्पी साधी हुई है।
चीन से जुडे़ लगभग हर मामले में दुनिया को आड़े हाथ लेने वाले उसके 'वॉल्फ वॉरियर्स' यानी अधिकारी भी चुप हैं। लेकिन अब एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आखिर कैसे चीन में तख्तापलट की अफवाह पूरी दुनिया में फैल गई। इस रिपोर्ट के अनुसार, शी जिनपिंग बुधवार को राजधानी बीजिंग में आयोजित नेशनल डिफेंस एंड मिलिट्री रिफॉर्म सेमिनार में शामिल नहीं हुए थे। शी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के अध्यक्ष हैं, चीन के चेयरमैंन हैं और चीन की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (सीएमसी) के भी चेयरमैन हैं। चीनी सरकार के प्रोपेगैंडा को दुनिया में फैलाने वाली शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, शी खुद कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए लेकिन उन्होंने इसमें शिरकत करने वालों को निर्देश दिए और कहा कि चीनी सेना "युद्ध की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करें"।
रक्षा मंत्री भी सेमिनार में नहीं आए
शी के अलावा इस सेमिनार से चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगे भी गायब थे। वहीं चीन की नॉर्दर्न थियेटर कमांड के पूर्म कमांडर ली क्याओमिंग इसमें मौजूद रहे। ली के इस पद से हटने के बाद उनकी जगह वांग कियांग को चुना गया था, जिन्हें शी ने 8 सितंबर को जनरल के रूप में प्रमोट किया था। ली को चीन के सेंट्रल टीवी में मंच के सामने पहली पंक्ति में बैठे देखा गया। उनके बगल में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की ग्राउंड फोर्स के कमांडर लियू झेनली थे। जब कमांडर के तौर पर ली की जगह वांग कियांग आए, तभी से ली सार्वजनिक तौर पर गायब थे। अब शनिवार को फैली अफवाह में कहा गया कि ली ने ही देश में तख्तापलट किया है और वही शी जिनपिंग की जगह लेंगे।
सीसीपी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस से पहले सैन्य फेरबदल को लेकर बहुत सी अटकलें लगाई गई हैं, जिसमें शी लगातार तीसरे कार्यकाल की मांग कर रहे हैं। चीन के करंट अफेयर्स कमेंटेटर यांग वेई ने द एपोच टाइम्स के चीनी भाषा संस्करण के लिए 9 सितंबर को लिखा था कि शी द्वारा 20वीं पार्टी कांग्रेस में ली को सीएमसी में पदोन्नत किए जाने की संभावना है। यांग ने अपने लेख में बताया कि ली को 2017 में शी द्वारा उत्तरी थिएटर कमांड के कमांडर के रूप में पदोन्नत किया गया था और ली ने सीसीपी के चीन के अधिग्रहण की वर्षगांठ पर सैन्य परेड के दौरान झंडे का नेतृत्व किया, जो दर्शाता है कि शी उन्हें महत्व देते हैं।
सीएमसी में प्रमोट हो सकते हैं ली
ली को सीएमसी में प्रमोट किए जाने की संभावना इसलिए भी है क्योंकि ली ने शी के दिल को उस वक्त जीत लिया था, जब उन्होंने एक लेख लिखा। इसमें उन्होंने लिखा, 'सोवियत यूनियन का विघटन इसलिए हुआ था क्योंकि पार्टी की खुद की कोई सेना नहीं थी।' आरएफआई (रेडियो फ्रांस इंटरनेशनल) का कहना है कि ली ने पीएलए ग्राउंड फोर्स का एक प्रतीक पहना हुआ था। जिससे ये पुष्टि होती है कि ली 20वीं सीसीपी नेशनल कांग्रेस में पीएलए ग्राउंड फोर्स के कमांडर के तौर पर लियु झेनली की जगह ले सकते हैं। वहीं रक्षा मंत्री वेई फेंगे के सेमिनार में शामिल नहीं होने के पीछे की वजह बताते हुए चीन के करंट अफेयर्स कमेंटेटर वांग ही ने कहा कि इसकी वजह 'शारीरिक कारण' हो सकते हैं।
वांग ने एक इंटरव्यू में कहा, "वेई को शी का वफादार माना जाता है और उनकी अनुपस्थिति राजनीतिक कारणों से नहीं है। यह अधिक संभावना है कि वह महामारी से संक्रमित हैं या उन्हें अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं।" चीनी मिलीट्री न्यूज के अनुसार, वेई को आखिरी बार चीन के उत्तरप्रश्चिमी शहर शियान में देखा गया था। जहां उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की थी। अमेरिका में रहने वाले पूर्व चीनी नौसेना लेफ्टिनेंट कर्नल याओ चेंग ने ट्वीट किया कि शी की अनुपस्थिति संकेत देती है कि उनके चीन के राष्ट्रपति, पार्टी नेता और सेना के नेता के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल सुरक्षित करने की संभावना नहीं है।
सेना कर सकती है बड़ा फेरबदल- याओ
याओ ने कहा, 'सीएमसी के अध्यक्ष के रूप में शी सीएमसी द्वारा आयोजित नेशनल डिफेंस एंड मिलिट्री रिफॉर्म सेमिनार में शामिल नहीं हुए, जबकि पूर्व उत्तरी थिएटर कमांडर ली कियाओमिंग, जिन्हें शी द्वारा उनके पद से हटा दिया गया था, वास्तव में पहली पंक्ति में बैठे थे। इससे संकेत मिलता है कि सैन्य सुधार के तहत शी की बड़ी विफलता के चलते सेना चीजों को ठीक करने जा रही है। इसलिए ऐसा लगता है कि यह संभावना नहीं है कि शी लगातार पार्टी, सरकार और सेना के प्रमुख के रूप में काम करेंगे। बल्कि उनके उत्तराधिकार के अध्यक्ष के रूप में भी काम करेंगे।'
याओ ने एक बार चीनी शासन के लिए हाई-टेक मिलिट्री टेक्नोलॉजी प्राप्त की थी। लेकिन केवल ऐसा करने के लिए उन्हें दंडित किया गया। वह सीसीपी की राजनीतिक अंदरूनी कलह का शिकार हुए और उन्हें 1998 में सात साल जेल की सजा सुनाई गई थी।