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Hindi News विदेश एशिया किससे जंग की सीक्रेट तैयारी में जुटा चीन, जिनपिंग ने PLA ब्रिगेड का निरीक्षण कर दिया युद्ध क्षमता बढ़ाने का निर्देश

किससे जंग की सीक्रेट तैयारी में जुटा चीन, जिनपिंग ने PLA ब्रिगेड का निरीक्षण कर दिया युद्ध क्षमता बढ़ाने का निर्देश

किस देश के खिलाफ जंग की तैयारी में जुटा है चीन, जो अपनी क्षमताओं पर बढ़ाने पर फोकस कर रहा है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अचानक अपनी पीएलए की मिसाइल और रॉकेट ब्रिग्रेड का निरीक्षण करके क्षमताओं को बढ़ाने का आदेश दिया है।

चीन की पीएलए ब्रिग्रेड के साथ राष्ट्रपति शी जिनपिंग। - India TV Hindi Image Source : REUTERS चीन की पीएलए ब्रिग्रेड के साथ राष्ट्रपति शी जिनपिंग।

बीजिंग: चीनी राज्य मीडिया ने बीजिंग के सीक्रेट प्लान के बारे में जो खुलासा किया है, उसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। युद्ध की आग में झुलस रही दुनिया के बीच चीन ने भी युद्ध की गुप्त तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन चीन की यह तैयारी किसके खिलाफ है, इस बारे में अभी कुछ भी पता नहीं है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के रॉकेट फोर्स की एक ब्रिगेड का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान वह सफेट सर्ट और काले पैंट में नजर आ रहे हैं।  उन्होंने सैनिकों से अपनी "निरोधक और युद्ध क्षमताओं" को बढ़ाने का आदेश दिया। 

चीन की यह युद्धक तैयारी ताइवान, भारत, फिलीपींस, अमेरिका या यूक्रेन और इजरायल किसी के भी खिलाफ हो सकती है। क्योंकि इन सभी के साथ चीन के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान शी ने रणनीतिक मिसाइल सैनिकों से "पार्टी और लोगों द्वारा सौंपे गए कार्यों को दृढ़ता से पूरा करने" को भी कहा। पीएलए रॉकेट फोर्स देश की पारंपरिक और परमाणु मिसाइलों की देखरेख करती है। जिनपिंग ने इसको बेहतर मिसाइल सुरक्षा, बेहतर निगरानी क्षमताओं और मजबूत गठबंधन जैसे विकासों के मद्देनजर चीन की परमाणु ताकतों को आधुनिक बनाने का काम सौंपा है।

मिसाइल और रॉकेट क्षमता बढ़ाने में जुटा चीन

चीन इस वक्त अपनी मिसाइल और रॉकेट क्षमताओं को बढ़ा रहा है। चीनी मीडिया आउटलेट कैलियानशे के अनुसार निरीक्षण के दौरान शी ने "राजनीतिक मार्गदर्शन का पालन करने, मिशन जिम्मेदारी को मजबूत करने" और "बल निर्माण के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने" की आवश्यकता पर जोर दिया। बता दें कि पिछले महीने चीन ने प्रशांत महासागर में एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का दुर्लभ प्रक्षेपण किया था, जो देश के परमाणु निर्माण पर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय फोकस को रेखांकित करता है।

इससे पहले जून में शी ने कहा था कि चीनी सेना की राजनीति, विचारधारा, कार्यशैली और अनुशासन में "गहरी समस्याएं" थीं, उन्होंने कहा , "सेना में भ्रष्ट तत्वों के लिए छिपने की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।" (रॉयटर्स)

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