China: तख्तापलट की अफवाह के बीच चीन में CPC के अधिवेशन की तैयारी, राष्ट्रपति जिनपिंग के निर्देशों पर चुने गए प्रतिनिधि
China CPC Congress: ये खबर ऐसे वक्त पर सामने आई है, जब चीन में तख्तापलट होने की अफवाह फैली हुई है। जिसमें कहा जा रहा है कि चीन में सेना ने तख्तापलट कर शी जिनपिंग को नजरबंद कर दिया है और उनके स्थान पर जनरल ली क्याओमिंग को राष्ट्रपति बनाया जा सकता है।
Highlights
- चीन में होगा सीपीसी का अधिवेशन
- प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया है
- राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निर्देशों का पालन
China CPC Congress: चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने रविवार को घोषणा की कि पार्टी की पांच साल में एक बार आयोजित होने वाली महत्वपूर्ण कांग्रेस (अधिवेशन) के लिए करीब 2300 प्रतिनिधियों का ‘निर्वाचन’ कर लिया गया है। इसके साथ ही अगले माह आयोजित होने वाले पार्टी कांग्रेस की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इस कांग्रेस में राष्ट्रपति शी जिनपिंग को रिकॉर्ड तीसरे कार्यकाल के लिए व्यापक समर्थन मिलने की उम्मीद है। आधिकारिक मीडिया ने यहां पार्टी के एक बयान का हवाला देते हुए बताया कि 16 अक्टूबर को होने वाली सीपीसी की आगामी 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में भाग लेने के लिए कुल 2,296 प्रतिनिधियों को ‘निर्वाचित’ किया गया है।
ये खबर ऐसे वक्त पर सामने आई है, जब चीन में तख्तापलट होने की अफवाह फैली हुई है। जिसमें कहा जा रहा है कि चीन में सेना ने तख्तापलट कर शी जिनपिंग को नजरबंद कर दिया है और उनके स्थान पर जनरल ली क्याओमिंग को राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। हालांकि चीन ने इस खबर पर न तो मुहर लगाई है और न ही इसे खारिज किया है। वहीं अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल के लिए जिनपिंग के निर्वाचन को लेकर सत्तारूढ़ सीपीसी के भीतर तनाव की अफवाहों और अटकलों को खारिज करते हुए बयान में कहा गया है कि प्रतिनिधियों का चयन ‘नए युग के लिए चीनी विशेषताओं वाले समाजवाद को लेकर जिनपिंग के विचारों के तहत’ और पार्टी के संविधान के अनुसार किया गया है। बयान के अनुसार, इसके लिए सीपीसी की केंद्रीय समिति की ओर से आवश्यक तौर-तरीकों का पालन किया गया है। पार्टी की पहले की घोषणा के अनुसार, चिनफिंग (69) खुद भी इस साल अप्रैल में कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में ‘निर्वाचित’ हुए थे।
पार्टी को इससे कैसे मिलता है फायदा?
बयान में कहा गया है कि इस प्रक्रिया ने पार्टी की प्रकृति और उद्देश्य को बरकरार रखा है और पार्टी के समग्र नेतृत्व को बढ़ावा और आंतरिक लोकतंत्र को मूर्त रूप दिया है। इस कांग्रेस में जिनपिंग को अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल के लिए समर्थन मिलने की उम्मीद है। इसका आयोजन शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के बीच किया जा रहा है, जिन्हें चीनी राष्ट्रपति के विरोध में एक ‘राजनीतिक गुट’ का हिस्सा कहा जाता था। भ्रष्टाचार के आरोप के तहत इस सप्ताह तीन सुरक्षा अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई गई है, लेकिन यह सजा दो साल तक फिलहाल स्थगित रहेगी। कांग्रेस के आयोजन से पहले मृत्युदंड की घोषणा में अचानक वृद्धि को लेकर भौंहें तननी शुरू हो गयी हैं।
सार्वजनिक सुरक्षा के पूर्व उप मंत्री सन लिजुन को रिश्वत लेने, शेयर बाजार में हेरफेर करने और अवैध रूप से आग्नेयास्त्र रखने के लिए शुक्रवार को उत्तर-पूर्व चीन के जिलिन प्रांत में इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ऑफ चांगचुन द्वारा दो साल की छूट के साथ मौत की सजा सुनाई गई थी। इससे एक दिन पहले इसी अदालत ने पूर्व न्याय मंत्री और चीन के सबसे शक्तिशाली पुलिस प्रमुखों में से एक फू झेंगहुआ को 1.73 करोड़ अमेरिकी डॉलर के भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग में लिप्त होने के लिए मौत की सजा सुनाई थी। फिलहाल यह सजा दो साल तक स्थगित रहेगी।
जिआंगसू के पूर्व अधिकारी को सजा दी गई
चंद घंटों बाद, उसी अदालत ने जिआंगसू के पूर्व अधिकारी वांग लाइक को भी इसी तरह की सजा दी। आधिकारिक मीडिया ने यहां बताया कि उन्हें रिश्वतखोरी, आपराधिक गिरोहों से साठगांठ और फर्जी पहचान पत्र के लिए दो साल के विलंब के साथ मौत की सजा सुनाई गई थी। वर्ष 2012 में सत्ता में आने के बाद से, जिनपिंग ने एक चौंकाने वाला भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाया है, जिसमें दर्जनों शीर्ष सैन्य अधिकारियों सहित 10 लाख से अधिक अधिकारियों को दंडित किया गया है। सीपीसी हर पांच साल में एक कांग्रेस का आयोजन करती है, लेकिन इस साल की कांग्रेस को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह सदी पुरानी पार्टी के लिए नेतृत्व परिवर्तन का वर्ष है।
पार्टी, सेना और राष्ट्र के प्रमुख के तौर पर चिनफिंग अपना 10 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं। वर्ष 1976 में पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग की मृत्यु के बाद से व्यापक रूप से पालन किए जाने वाले मानदंड के अनुसार, जिनपिंग के सभी पूर्ववर्तियों ने माओत्से के उत्तराधिकारी देंग शियाओपिंग के निर्देश पर अमल करते हुए 10 साल के अधिकतम कार्यकाल का का सख्ती से पालन किया। बयान में कहा गया है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों की योग्यता आगामी कांग्रेस में शामिल होने से पहले एक विशेष समीक्षा समिति द्वारा सत्यापित की जाएगी।