चीन चांद से ले आया 25 लाख साल पुरानी मिट्टी और चट्टान, जानें कैसे
चंद्रमा के दूर वाले हिस्से से नमूने लेकर चीनी अंतरिक्ष यान पृथ्वी पर वापस आ गया है। चीन के वैज्ञानिक अब चांद ले लाए गए सैंपल पर रिसर्च करेंगे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस मिशन को लेकर खुशी जताई है।
बीजिंग: चीन का चांग’ई 6 अंतरिक्ष यान पहली बार चंद्रमा के सुदूर क्षेत्र से चट्टान और मिट्टी के नमूने एकत्रित करने के बाद मंगलवार को पृथ्वी पर लौट आया। यह अंतरिक्ष यान मंगलवार दोपहर को उत्तरी चीन में उतरा। चीनी वैज्ञानिकों का अनुमान है कि पृथ्वी पर लाए गए नमूनों में 25 लाख वर्ष पुरानी ज्वालामुखीय चट्टान और अन्य सामग्री शामिल हैं। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इससे चंद्रमा के दोनों छोरों पर भौगोलिक अंतर के बारे में सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
क्या है चीन का प्लान
चीन ने 3 मई को चांग'ई 6 मिशन लॉन्च किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, चीन ने 2030 तक इंसान को चांद पर भेजने का लक्ष्य रखा है। यह मिशन भी उसी टारगेट का हिस्सा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि इस मिशन की सफलता चीन के सपने को सच करने में मील का पत्थर साबित होगी। इसके जरिए चीन स्पेस पावर बनने के और करीब पहुंच गया है। इंसानों को भेजने के अलावा चीन 2030 तक चांद के साउथ पोल पर एक रिसर्च बेस बनाना चाहता है।
वैज्ञानिक करेंगे रिसर्च
रिपोर्ट के मुताबिक, चांग'ई 6 मिशन अपने साथ चांद की सतह से करीब 2 किलोग्राम मिट्टी लेकर लौटा है। चांद की सतह से सैंपल इकट्ठे करने के लिए ड्रिल और रोबोटिक आर्म का इस्तेमाल किया गया था। चीन के वैज्ञानिक अब सैंपल पर रिसर्च करेंगे। इस दौरान चांद के साथ ही धरती और सोलर सिस्टम के बनने को लेकर स्टडी की जाएगी। चीन की रिसर्च पूरी होने के बाद इसे दूसरे देशों से साझा किया जाएगा।
कई सवालों के मिलेंगे जवाब
‘चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज’ में भू-विज्ञानी जोंग्यु युए ने ‘इनोवेशन मंडे’ नाम की पत्रिका में प्रकाशित एक बयान में कहा, ‘‘इन नमूनों से चंद्र विज्ञान अनुसंधान में सबसे मौलिक वैज्ञानिक प्रश्नों में से एक का जवाब मिल सकता है।’’ चीन ने हाल के वर्षों में चंद्रमा तक कई सफल मिशन भेजे हैं। उसके चांग’ई 5 अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा के निकटतम भाग से नमूने एकत्रित किए थे।
चीन की उपलब्धि
चीन ने साल 2004 में अपना लूनर मिशन लॉन्च किया था। 2007 से अब तक वह पांच रोबोटिक मिशन शुरू कर चुका है। चांग'- 5, दिसंबर 2020 को चंद्रमा पर उतरा था। इस मिशन के तहत चांद की 1731 ग्राम चट्टानें और मिट्टी को पृथ्वी पर लाया जा सका था। इसे एक उपलब्धि माना गया था। इससे पहले चीन का ही चाग'ई 4 मिशन साल 2019 में चांद के फार साइड पर जाने वाला पहला मिशन था। चीन इकलौता ऐसा देश है जो चांद के दूसरे हिस्से तक अपना लैंडर भेज पाया है। (एपी)
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