China on Covid-19 : कोरोना ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा दिया। कोई देश ऐसा नहीं बचा, जहां कोरोना की वजह से बुरे हालात नहीं बने हों। इस कोरोना को लेकर चीन पर बड़े आरोप भी लगते रहे। चीन की वुहान लैब से कोरोना फैलने की बात कही गई। इसके बाद वैक्सीन बनी। दुनियाभर में वैक्सीन लगाई गईं। अब जाकर कोरोना का कहर थमा है। इसी बीच चीन से एक बड़ी खबर आ रही है।
कोविड 19 को लेकर चीन से एक बड़ा अपडेट आ रहा है। जानकारी के अनुसार चीन ने बाहर से आने वाले यात्रियों के देश में प्रवेश के लिए कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने की रिपोर्ट दिखाने संबंधी अनिवार्यता बुधवार से समाप्त करने का फैसला किया है। चीन में कोविड-19 के मद्देनजर 2020 की शुरुआत से लागू प्रतिबंधों को समाप्त करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने की कोरोना से जुड़ी इस बात की घोषणा
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सोमवार को इस फैसले के संबंध में घोषणा की। चीन ने अपनी ‘जीरो-कोविड’ नीति पिछले साल दिसंबर में समाप्त कर दी थी। इससे पहले, देश में कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए कई बार पूरे शहर में लॉकडाउन लगाने और संक्रमित लोगों को लंबी अवधि के लिए आइसोलेट में रखे जाने की अनिवार्यता समेत दूसरे कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे। इन कदमों के तहत देश में आने वाले लोगों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित होटल में कई सप्ताह रुकना अनिवार्य था। इन प्रतिबंधों के कारण दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की गति धीमी हुई। इससे बेरोजगारी में बढ़ोतरी और अशांति का माहौल देखने को मिला।
अर्थव्यवस्था को मजबूत करना हमारा मकसद: चीनी विदेश मंत्रालय
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोरोना के ऐसे ही प्रतिबंधों ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को धीमा कर दिया, जिससे यहां बेरोजगारी बढ़ गई। वहीं, अपराध में भी इजाफा हुआ। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और वर्तमान हालातों को देखकर फैसला लिया गया है कि चीन आने वालों को कोविड की परीक्षण रिपोर्ट नहीं दिखानी होगी।
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