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Hindi News विदेश एशिया हूतियों पर ​बाइडेन की चेतावनी भी बेअसर, ​यूएस-ब्रिटेन के हमलों से बौखलाए हूती विद्रोहियों ने किया पलटवार

हूतियों पर ​बाइडेन की चेतावनी भी बेअसर, ​यूएस-ब्रिटेन के हमलों से बौखलाए हूती विद्रोहियों ने किया पलटवार

हूती विद्रोहियों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर जोरदार हमले किए हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी बड़ी चेतावनी दे डाली है कि हूती नहीं माने तो और हमलों में संकोच नहीं करेंगे। इस पर हूतियों ने भी जवाबी हमले किए हैं और कहा है कि परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।

यूएस-ब्रिटेन के हमलों से बौखलाए हूती विद्रोहियों ने किया पलटवार- India TV Hindi Image Source : FILE यूएस-ब्रिटेन के हमलों से बौखलाए हूती विद्रोहियों ने किया पलटवार

Houthi Rebels on America: लाल सागर में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर लाल सागर में यमन के हूतियों पर बड़ी कार्रवाई की है। दोनों देशों की फौजों के बड़े हमले के बाद हूती विद्राहियों का बौखलाने वाला बयान आया है। हूती विद्रोहियों ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका और ब्रिटेन के युद्धपोतों के खिलाफ जंग का ऐलान कर जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं। 

हूती विद्रोहियों ने शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि पश्चिमी सहयोगियों के हमले के जवाब में हमारे बलों ने लाल सागर में अमेरिका और ब्रिटेन के युद्धपोतों पर जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं। जहाफ ने कहा कि यमन में जो हमले हुए हैं, उनका हिसाब अमेरिका से चुकता किया जाएगा। हूतियों पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की चेतावनी का भी असर नहीं पड़ा है। जो बाइडेन ने गुरुवार देर रात एक बयान में आगाह किया कि अगर जरूरत पड़ी तो वह आगे की कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे। 

अमेरिका और ब्रिटेन परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें: हू​ती

हूती उपविदेश मंत्री  हुसैन अल-एजी ने कहा है कि यमन पर हमले के बाद अमेरिका और ​ब्रिटेन को गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश पर अमेरिकी और ​ब्रिटिश पनडुब्बियों और फाइटर जेट द्वारा व्यापक हमला किया गया है। अब इन दोनों देशों को जबर्दस्त आक्रामकता और गंभीर परिणामों को सहन करने के​ लिए तैयार रहना चाहिए। 

इससे पहलीे ब्रिटेन और अमेरिका ने यमन के हूती विद्रोहियों से जुड़े ठिकानों पर खतरनाक हमले किए। 9 जनवरी को हूतियों द्वारा बड़े हमले के बाद बाइडन सरकार को कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा। अमेरिका और ब्रिटिश हवाई हमले ने करीब 20 मिसाइलों और ड्रोनों को मार गिराया है। दरअसल ईरान समर्थित मिलिशिया समूह ने बीते साल के अंत में लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाना शुरू किया था। यूएस और ब्रिटेन का हूती के ठिकानों पर हमला उसी का नतीजा बताया जा रहा है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक यमन ने अपने कई क्षेत्रों में विस्फोटों की पुष्टि की है।

बाइडेन ने हूतियों को दी गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार देर रात एक बयान में आगाह किया कि अगर जरूरत पड़ी तो वह आगे की कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे। इधर इजरायल ने लेबनान में हिज्बुल्ला के ठिकानों पर बमबारी जारी रखी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल के हमल में अब तक 140 से अधिक हिज्बुल्ला लड़ाके मारे जा चुके हैं। 

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