हसीना सरकार ने बांग्लादेश को वित्तीय घाटे में डाला, चोरी की गई संपत्ति और पैसा वापस हो- यूनुस
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एक बयान में कहा, अरबों डॉलर के सार्वजनिक धन की चोरी ने बांग्लादेश को गहरे वित्तीय घाटे में डाल दिया है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने शेख हसीना सरकार में हुए भ्रष्टाचारों की निंदा करते हुए चोरी की गई संपत्तियों की वापसी की मांग की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश अपने लोगों को चोरी हुए धन को वापस करने के लिए दुनिया भर में अपने सहयोगियों के साथ काम करेगा।
देश के अपदस्थ प्रधानमंत्री की पूरी तरह से जांच हो- यूनुस
मंगलवार को उनके कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "हम जवाबदेही और न्याय के लिए प्रतिबद्ध हैं और बांग्लादेश के लोगों को चोरी हुए धन को वापस करने के लिए दुनिया भर में भागीदारों के साथ काम करेंगे। यूनुस पहले ही बांग्लादेश के अधिकांश नागरिकों के विचार को व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि चोरी हुए बांग्लादेशी धन से जुड़ी संपत्तियों की पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए, जिनमें शेख हसीना के अपदस्थ शासन से जुड़े व्यक्तियों से जुड़े लोग भी शामिल हैं। देश के अपदस्थ प्रधानमंत्री की पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए।
शेख हसीना विरोध प्रदर्शनों के बाद देश छोड़ कर भारत भाग गई थी। बांग्लादेश की सरकार के प्रत्यर्पण अनुरोधों के बाद भी हसीना को वापस नहीं भेजा गया है। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एक बयान में कहा, “अरबों डॉलर के सार्वजनिक धन की चोरी ने बांग्लादेश को गहरे वित्तीय घाटे में डाल दिया है।”
हसीना का परिवार भी जांच के दायरे में
मोहम्मद यूनुस ने कहा, “बांग्लादेश से चुराई गई रकम उसके लोगों की है, हम इसे वापस लाने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेंगे।” यूनुस ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संपत्ति वापस कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व शासन ने न सिर्फ बांग्लादेश के लोगों को लूटा है, बल्कि आर्थिक स्थिरता की दिशा में देश की प्रगति में भी रुकावट डाली है।
बता दें कि बांग्लादेश का एंटी करप्शन डिपार्टमेंट (ACC) हसीना और उनके परिवार की जांच कर रहा है, जिसमें उनकी भतीजी, ब्रिटिश सांसद और भ्रष्टाचार विरोधी मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक भी शामिल हैं। ACC की ओर से हसीना के परिवार की जो जांच की जा रही है। वह रूस फंडिड परमाणु ऊर्जा संयंत्र से जुड़े 5 बिलियन डॉलर के गबन से जुड़ी है, साथ ही राजधानी ढाका के एक उपनगर में हाई-लेवल लोकेशन पर कथित रूप से कब्जा करने से भी जुड़ी है।