सियासी हिंसा की घटनाओं के बीच बांग्लादेश में घोषित हुई आम चुनावों की तारीख, शेख हसीना ने नहीं मानी विपक्ष की मांग
बांग्लादेश में एक अंतरिम सरकार के अंतर्गत अगले आम चुनाव कराने की विपक्ष की मांग के बीच देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है।
ढाका: बांग्लादेश में अगले साल 7 जनवरी को आम चुनावों की घोषणा कर दी गई है। देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने बुधवार को राष्ट्र के नाम एक संबोधन के दौरान 12वें आम चुनाव की तारीखों की घोषणा की। उनके इस संबोधन का टेलीविजन पर लाइव टेलीकास्ट किया गया। देश में आम चुनाव की तारीखों का ऐलान तब हुआ है जबकि विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और जमात-ए-इस्लामी जैसे उसके धुर दक्षिणपंथी सहयोगियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के इस्तीफे की मांग करते हुए एक कैंपेन चलाया हुआ है।
‘30 नवंबर तक जमा होंगे नामांकन पत्र’
BNP और जमात-ए-इस्लामी समेत इन विपक्षी दलों की मांग है कि देश में शेख हसीना की सरकार को हटाकर एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाना चाहिए और उसके नेतृत्व में ही आम चुनाव कराए जाने चाहिए। सत्तारूढ़ अवामी लीग ने इस मांग को खारिज कर दिया और कहा है कि चुनाव मौजूदा प्रधानमंत्री के पद पर बने रहते हुए ही होंगे। अवामी लीग ने BNP को एक आतंकवादी संगठन करार देते हुए उसके साथ बातचीत करने से भी इनकार कर दिया है। CEC अवल ने कहा कि नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख 30 नवंबर होगी जबकि नामांकन पत्रों की जांच 1 दिसंबर से 4 दिसंबर के दौरान होगी।
‘5 जनवरी तक चलेगा प्रचार अभियान’
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 17 दिसंबर है। चुनाव आयोग 18 दिसंबर को उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित करेगा। अवल ने कहा कि चुनाव प्रचार अभियान 18 दिसंबर 2023 से 5 जनवरी 2024 की मध्यरात्रि तक चलेगा। इससे पहले, बांग्लादेश में आम चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले अधिकारियों ने बुधवार को राजधानी ढाका और अन्य प्रमुख शहरों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी। ढाका के पुलिस आयुक्त हबीबुर रहमान ने कहा, ‘हमने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए हैं।’
हिंसा में जा चुकी है 5 लोगों की जान
बांग्लादेश में 28 अक्टूबर से विपक्षी दल अपनी मांग के समर्थन में गाड़ियों की नाकेबंदी कर रहे हैं तथा पुलिस और प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़पें हो रही हैं। देश में पिछले 3 हफ्तों में हुई सियासी हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम 5 लोगों की जान गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशव्यापी स्तर पर की गयी कार्रवाई में BNP महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर समेत करीब 8,000 विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों ने बांग्लादेश में अवामी लीग, BNP और जातीय पार्टी से राजनीतिक समाधान तलाशने की अपील की है।