ढाका: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने उन मृतकों तथा घायलों के परिवारों की देखभाल के लिए एक फाउंडेशन बनाने का फैसला किया है जिन्होंने देश में हुए अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। इन विरोध प्रदर्शनों की वजह से शेख हसीना की सरकार गिर गई थी। सरकारी नौकरियों में विवादास्पद आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई में छात्रों द्वारा शुरू किए गए व्यापक प्रदर्शन के बाद से 44 पुलिसकर्मियों समेत 600 से अधिक लोग मारे गए हैं।
मुहम्मद यूनुस करेंगे फाउंडेशन का नेतृत्व
छात्रों के व्यापक प्रदर्शन के बाद हसीना को पांच अगस्त को इस्तीफा देना पड़ा और वह भारत चली गईं। यूनुस (84) ने आठ अगस्त को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली थी। यूनुस के कार्यालय के प्रेस प्रकोष्ठ की विज्ञप्ति के हवाले से सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संघबाद संस्था (बीएसएस) ने कहा, ‘‘मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस फाउंडेशन का नेतृत्व करेंगे, जिसमें अंतरिम सरकार के एक सलाहकार, छात्र प्रतिनिधि और मृतकों तथा घायलों के परिवारों के सदस्य शामिल होंगे।’’
'योगदान भूल नहीं सकते'
यूनुस ने कहा, ‘‘हम छात्रों और लोगों के योगदान को कभी नहीं भूल सकते जिन्होंने अपनी जान न्योछावर कर दी और जो तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शनों में भाग लेते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरा कर्तव्य है और हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है कि उनके साथ खड़े रहें। मृतकों के परिवारों और घायलों की अच्छी देखभाल के लिए जो भी जरूरी होगा हम यथासंभव जल्द करेंगे।’’
जल्द तैयार होगी रूपरेखा
इससे पहले बांग्लादेश की सरकार के मुख्य सलाहकार के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर इस घोषणा को पोस्ट किया गया। इसके अनुसार, ‘‘सरकार ने जुलाई-अगस्त 2024 में छात्रों के नेतृत्व वाली क्रांति में भाग लेने वाले घायलों और, मृतकों तथा घायलों के परिवारों की देखभाल के लिए एक फाउंडेशन स्थापित करने का निर्णय किया है।’’ बयान के अनुसार फाउंडेशन के रूपरेखा की घोषणा बहुत जल्द की जाएगी। (भाषा)
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