चटगांव: बचपन में हम सभी ने लुकाछिपी का खेल खूब खेला है। गांवों में यह खेल आज भी खूब खेला जाता है। इसमें कुछ लोग कई जगहों पर छुपते हैं और कोई एक व्यक्ति छुपे हुए अन्य लोगों को ढूंढता है। इस खेल से जुड़ी हुई कुछ न कुछ यादें शायद आप सभी की भी अवश्य याद होंगी, लेकिन बांग्लादेश में एक बच्चे के साथ इस इस खेल के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि शायद ही वह कभी याद करना चाहे। लुकाछिपी खेलते-खेलते वह एक ऐसी जगह छुप गया कि वो 6 दिन का सफर करते हुए दूसरे देश ही पहुंच गया। इस दौरान न उसने कुछ खाया और न पिया।
चटगांव के बंदरगाह पर खड़े शिप कंटेनर में छिपा था बच्चा
यह हैरान कर देने वाली घटना बांग्लादेश के चटगांव की है। लुका-छिपी खेलने के दौरान छिपने की गलत जगह तलाश ली और खेलते वक्त वह एक शिप कंटेनर में छिप गया। इसके बाद वो उसी कंटेनर में फंसा रह गया। वो 6 दिन के बाद सीधे समुद्र के रास्ते मलेशिया पहुंच गया। उस बच्चे को पता भी नहीं चल पाया कि वो जा कहां रहा है। बच्चा इतना डर गया कि वह 6 दिनों तक कंटेनर में एक कोने में ही बैठा रहा और कंटेनर की दीवारों पर हाथ-पैर मारता रहा और मदद के लिए चिल्लाता रहा। बांग्लादेशी बच्चा शिपिंग कंटेनर में 11 जनवरी को छिपने गया था और 17 जनवरी को मलेशिया के पोर्ट क्लांग पहुंच गया। उसने कंटेनर के अंदर पूरे 6 दिन की यात्रा की।
शुरुआत में तस्करी का लगा मामला
यह शिप कंटेनर 6 दिन की यात्रा के बाद मलेशिया पहुंचा तो बंदरगाह के कर्मचारियों ने उसे निकाला। शुरुआत में अधिकारियों को लगा कि शायद यह मामला तस्करी का है, लेकिन पूछताछ के दौरान पूरे मामले का खुलासा हुआ। जांच में पता लगा कि बच्चे का नाम फहीम है और वो बांग्लादेश का है। इसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने बच्चे का ईलाज कराया और उसे वापस बांग्लादेश भेज दिया।
ये भी पढ़ें -
'किसने कहा रामचरितमानस धार्मिक ग्रंथ है? तुलसीदास ने तो नहीं कहा', जानिए सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और क्या बोले
ASI ने क्यों चलाई थी स्वास्थ्य मंत्री नब दास पर गोली? हमलावर गोपाल दास की पत्नी ने बताई वजह
Latest World News