नई दिल्ली। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिक गश्त पर हैं। अन्य जगहों पर तकनीकि के माध्यम से दुश्मनों पर नजर रखी जा रही है। भारतीय सेना चीन किसी भी आक्रामक कार्रवाई का उपयुक्त जवाब देने को तैयार है। भारतीय थलसेना ने मंगलवार को कहा कि वह लद्दाख सेक्टर में चीन की किसी भी आक्रामक कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देगी। देश की अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सैनिकों की गश्त के साथ तकनीकी माध्यमों का सुनिश्चित उपयोग किया जा रहा है। ऐसा कहकर सेना ने उन तमाम दावों का भी खंडन कर दिया है, जिसमें यह कहा जा रहा था कि एलएसी पर बहुत सारे प्वाइंट्स पर सेना ने गश्त करना बंद कर दिया है और उसे चीन के लिए छोड़ दिया है। सेना ने साफ कर दिया है कि सैनिक लगातार एलएसी पर गश्त पर हैं, अन्य बिंदुओं पर भी तकनीकि के जरिये नजर रखी जा रही है।
सेना के उत्तरी कमान के ‘जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ’, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बादामी बाग छावनी इलाके में एक कार्यक्रम के दौरान उक्त बातें कही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने विध्वंसकारी और दोहरे उपयोग की प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करने जैसे कई सबक दिये हैं। एलएसी पर यथास्थिति को एकपक्षीय तरीके से बदलने की चीन की कोशिशों के खिलाफ हमारी प्रतिक्रिया, भारतीय सशस्त्र बलों की त्वरित, निर्भीक और समन्वित कार्रवाई के रूप में है। यानि चीन ने किसी भी तरह की कोई एक पक्षीय कार्रवाई की तो उसकी खैर नहीं होगी। भारतीय सेना हर वक्त चीन की किसी भी हरकत का माकूल जवाब देने को तैयार है।
चीन को जवाब देने के लिए थल और वायुसेना के साथ नौसेना भी तैयार
लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि चीन के किसी भी आक्रामक मंसूबे या प्रयासों का कड़ा जवाब देने को सिर्फ थल सेना ही नहीं, बल्कि वायुसेना और नौसेना भी पूरी तरह तैयार है। तीनों सेनाएं पूर्ण तालमेल और मजबूत इरादे के साथ चीन की हर हरकत का हिसाब करेंगी। उन्होंने कहा कि एलएससी पर स्थिति का राजनयिक और अभियानगत स्तरों पर समाधान करने के उपाय एक साथ जारी हैं। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर (हमारे) सैनिक गश्त कर रहे हैं और वहां तकनीकी माध्यमों का भी उपयोग किया जा रहा है।
हर नई चुनौती सेना को स्वीकार
हमारी क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित की जा रही है। निरंतर उभरते खतरों और चुनौतियों का सामना करने के लिए उत्तरी कमान में तैयारियां और मनोबल उच्च स्तर पर है। उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर विशेष रूप से अलग-अलग शत्रुओं की ओर से जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में सुरक्षा स्थिति क्षेत्र में कई चुनौतियां पैदा की जा रही हैं। हम राष्ट्र की लोकतांत्रिक परंपराओं को बरकरार रखते हुए भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ‘‘हम निरंतर चौकसी कर रहे हैं, सभी घटनाओं की निगरानी कर रहे हैं और हमारे राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।’’ सेना कमांडर ने यह उल्लेख किया कि साइबर और अंतरिक्ष नये रणक्षेत्र के रूप में उभरा है।
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