क्या बढ़ेगी जंग: इजराइल हमास संघर्ष में अब तक शांत अमेरिका भड़क उठा, दुश्मनों को दे डाली ये सीधी चेतावनी
अमेरिका ने इजराइल हमास संघर्ष के बीच सीधी चेतावनी दे डाली है। बाइडेन प्रशासन ने दो टूक चेतावनी देकर कह दिया है कि इस संघर्ष में किसी भी पक्ष द्वारा यदि एक भी अमेरिकी सैनिक को निशाना बनाया जाता है तो अमेरिका अपने दुश्मनों से बहुत बुरी तरह से निपटेगा। जानिए अमेरिका का इशारा किन दुश्मनों की ओर है।
America on Israel Hamas War: इजराइल हमास की जंग में अब तक अमेरिका शांति से बैठा था। गाजा में मदद से लेकर मिडिल ईस्ट के देशों तक सभी को कंट्रोल में रहने की कोशिश की, लेकिन इस जंग में अब अमेरिका भी पहली बार भड़क गया है। अमेरिका ने अपने दुश्मनों को सीधी चेतावनी दे डाली है कि यदि संघर्ष में कोई भी उनके सैनिकों को निशाना बनाता है, तो दुश्मनों से बहुत बुरी तरह से निपटा जाएगा।
इजराइल और हमास में संघर्ष के बीच अमेरिका ने शुरू से ही सबसे सक्रिय भूमिका निभा रखी है। 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजराइल पर तीन ओर से खूनी हमला किया था, तभी से अमेरिका अपने पारंपरिक दोस्त इजराइल के साथ है। इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और फिर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल का दौरा किया और अपना समर्थन जताया। अमेरिका ने बड़े धैर्यपूर्वक इस मामले को हैंडल अभी तक किया है। गाजा सीमा खुलवाकर मिस्र के रास्ते से सहायता सामग्री गाजा तक पहुंचवाने में अमेरिका की पहल कारगर रही। लेकिन हमास, हिजबुल्ला और परोक्ष रूप से अमेरिका के दुश्मन ईरान की 'कारस्तानियों' पर अमेरिका ने सीधी चेतावनी दे डाली है।
अमेरिका के दो जंगी बेड़े पहले से ही तैनात
अमेरिका ने कहा है कि हमारे एक भी सैनिक के साथ यदि इस संघर्ष में कुछ गलत होगा, तो दुश्मनों की खैर नहीं। अमेरिका ने इस चेतावनी से पहले अपने दो जंगी जहाज के बेड़े जिसमें अत्याधुनिक मिसाइलें, फाइटरजेट और अन्य हथियार व सैनिक तैनात हैं। ये जंगी बेड़े पहले ही भूमध्य सागर में तैनात कर रखे हैं। इनमें से एक ने तो यमन के हूती विद्रोहियों की ओर से इजराइल पर चलाई गई क्रूज मिसाइल और ड्रोन को नष्ट कर दिया था।
ईरान परोक्ष रूप से भड़का रहा है जंग
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने रविवार को कहा कि यह तय है कि ईरान अपनी परोक्ष शक्तियों के जरिए इजराइल और हमास के बीच जंग को भड़काना जारी रखेगा। हालांकि, उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर इस दौरान किसी अमेरिकी सैनिक या सशस्त्र बल को निशाना बनाया गया, तो अमेरिका अपने दुश्मनों से बहुत बुरी तरह से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
हमला हुआ तो कार्रवाई में एक पल की देर नहीं करेंगे: ब्लिंकन
विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा, 'हम यह बिल्कुल नहीं चाहते, न ही हम इसकी उम्मीद करते हैं। हम अपने सैनिकों और सैन्य बलों को निशाना बनते नहीं देखना चाहते। लेकिन अगर ऐसा होता है तो हम आगे की कार्रवाई के लिए तैयार हैं।' अमेरिकी रक्षा मंत्री ने उनकी बात दोहराते हुए कहा कि हम संघर्ष में बढ़ोतरी और अपने सैन्य बलों और लोगों पर हमले की संभावना को भी देख रहे हैं। लेकिन अमेरिका के पास अपने बचाव का पूरा अधिकार है। यदि हमला हुआ तो कार्रवाई करने में एक पल भी नहीं चूकेंगे।
हम तीसरा फ्रंट नहीं बनाना चाहते, पर हमला हुआ तो जवाब देंगे: अमेरिकी विदेश मंत्री
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि इस्राइल-हमाल संघर्ष के बीच कोई भी दूसरा या तीसरा फ्रंट बनते नहीं देखना चाहता है। हालांकि, ईरान के परोक्ष साथी हमारी सेना को निशाना बना सकते हैं। इसलिए हम वह कदम उठा रहे हैं, जिनसे हम अपने लोगों की रक्षा कर पाएं और निर्णायक स्तर पर हमला करने वालों को जवाब दे पाएं। उन्होंने बताया कि पश्चिमी एशिया क्षेत्र में दो एयरक्राफ्ट बैटल ग्रुप्स को तैनात किया गया है, जो कि भड़काने के लिए नहीं, बल्कि किसी भी तरह की हरकत को रोकने के लिए हैं।
मिडिल ईस्ट की हर 'एक्टिविटी' पर नजर
बता दें कि संघर्ष शुरू होने के बाद अब गाजा के साथ ही लेबनान और सीरिया व यमन की ओर से भी हमलों को अंजाम दिया जा रहा है। इसी बीच अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में अपने नागरिकों को सतर्क रहने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।
साथ ही इराक में अपने दूतावास से सभी गैर-जरूरी स्टाफ को वापस बुलाया है। अमेरिका मिडिल ईस्ट की हर एक्टिविटी पर अपनी पूरी नजर रखे हुए है।