नेपाल के बाद अब पूर्वी इंडोनेशिया में भी तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सिलसिलेवार झटकों से लोग दहशत में आ गए हैं। जानकारी के अनुसार कम आबादी वाली द्वीप श्रृंखला में बुधवार को कई शक्तिशाली और कम तीव्रता के भूकंप के झटके आए। हालांकि भूकंप से अब तक किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है। मगर भकूंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7 तक रही है। इससे जान-माल का भारी नुकसान होने की आशंका है। एजेंसियों द्वारा नुकसान का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने कहा कि 6.9 तीव्रता का भूकंप मालुकु प्रांत के तटीय शहर तुआल से 341 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। यूएसजीएस ने कहा कि इसके बाद उसी क्षेत्र में 7.0 तीव्रता का एक और भूकंप आया और फिर 5.1 तीव्रता के भूकंप के दो झटके आए। अभी कुछ दिन पहले ही नेपाल में 6.8 तीव्रता का तेज भूकंप आया था। इसमें सैकड़ों घर धराशाई हो गए थे और 158 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। भारत के भी विभिन्न राज्यों में उसी दिन भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे।
सुनामी का खतरा नहीं
इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकीय एजेंसी ने कहा कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है, हालांकि उसने भूकंप के संभावित झटकों की चेतावनी दी है। राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के प्रवक्ता अबुल मुहारी ने एक बयान में कहा कि तनिंबर द्वीप समूह के ग्रामीणों ने कुछ मिनटों के लिए तेज झटके की सूचना दी, लेकिन घबराने की कोई बात नहीं थी। उन्होंने कहा कि भूकंप का केंद्र तनिंबर द्वीप समूह के पास बांदा सागर में था, जहां की आबादी लगभग 127,000 है। 27 करोड़ से अधिक लोगों का देश इंडोनेशिया अक्सर भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी से प्रभावित होता है। (एपी)
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