नेपाल के बाद 'अखंड भारत' पर पाकिस्तान ने जताया ऐतराज, पाक विदेश मंत्रालय का जहरीला बयान
पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि भारतीय संसद की नई इमारत में लगाए गए प्राचीन भारत के नक्शे में पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों के इलाकों को भी दर्शाया गया है।
Pakistan on New Parliament: भारत की नई संसद में 'अखंड भारत' के नक्शे पर भारत के पड़ोसी देशों ने ऐतराज जताया है। पहले नेपाल और अब उसके बाद पाकिस्तान ने 'अखंड भारत' के नक्शे पर नाराजगी जताई है। पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि भारतीय संसद की नई इमारत में लगाए गए प्राचीन भारत के नक्शे में पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों के इलाकों को भी दर्शाया गया है। पाक विदेश मंत्रालय ने बड़बोलापन दिखाते हुए कहा कि 'अखंड भारत' के विचार से वे बहुत चिंतित हैं। इससे पहले नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और बाबूराम भट्टाराई ने भारत की नई संसद में लगे 'अखंड भारत' के नक्शे पर ऐतराज जताया था। नेपाल के पीएम पुष्पकमल दहल 'प्रचंड' से कहा भी था कि इस मामले को भारत यात्रा के दौरान उठाया जाए।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने जहरीला बयान देते हुए कहा कि 'भारत के कई केंद्रीय मंत्री इस भित्तिचित्र को अखंड भारत से जोड़ रहे हैं। बलोच ने कहा कि यह अखंड भारत का दावा विस्तारवादी मानसिकता का दिखावा है जो न केवल भारत के पड़ोसी देशों, बल्कि धार्मिक अल्पसंख्यकों की विचारधारा और संस्कृति को पराजित करना चाहता है।' पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बिना मांगे ही सलाह दी कि भारतीय नेताओं को दूसरे देशों के खिलाफ बयानबाजी में शामिल नहीं होना चाहिए।
अखंड भारत के तक्षशिला, सिंधु, पुरुषपुर थे पाकिस्तान में
भारत के दुश्मन और कंगाल पाकिस्तान की हालत अपने देश में नहीं संभल रही है और वह भारत को नसीहत देने की हिमाकत कर रहा है। बता दें भारतीय संसद की नई इमरात में अखंड भारत का भित्तिचित्र लगाया गया है। इसमें वर्तमान पाकिस्तान के कई इलाकों जैसे तक्षशिला, मानसेहरा, सिंधु, पुरुषपुर, उत्तरापथ को दिखाया गया है जो प्राचीन काल में अखंड भारत का हिस्सा थे। पाकिस्तान तो 1947 में बना। इससे पहले अखंड भारत ही था, ऐसे में पाकिस्तान का ऐतराज करना किसी भी लिहाज से जायज नहीं है। लेकिन आतंकी की फैक्टरी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता।
नेपाल का कपिलवस्तु भी दर्शाया है अखंड भारत के नक्शे में
अखंड भारत के इसी भित्तिचित्र में लुंबिनी और कपिलवस्तु को भी दिखाया गया है जो वर्तमान समय में नेपाल का हिस्सा है। इस भित्तिचित्र के सामने आने के बाद नेपाल के वामपंथी नेता बुरी तरह से भड़क गए हैं। नेपाल के पूर्व पीएम बाबूराम भट्टाराई ने भारत को तो चेतावनी भी दे दी। वहीं चीन के इशारे पर नाचने वाले केपी ओली ने तो भारत की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से इस मुद्दे को भारतीय नेतृत्व से उठाने के लिए कहा है। दरअसल, नेपाल के ये पूर्व प्रधानमंत्री अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसे मुद्दे उठाते हैं। भारत के साथ रोटी बेटी का संबंध है, जो काफी प्राचीन है। इस बात को नेपाल के पीएम प्रचंड ने भारत आकर फिर दोहराया है।