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Hindi News विदेश एशिया हवाई में जंगल की भीषण आग ने ली 36 लोगों की जान, प्राण बचाने के लिए बच्चों और वयस्कों ने समुद्र में लगाई छलांग

हवाई में जंगल की भीषण आग ने ली 36 लोगों की जान, प्राण बचाने के लिए बच्चों और वयस्कों ने समुद्र में लगाई छलांग

हवाई में भीषण आग की लपटों में अब तक कम से कम 36 लोगों की जलकर मौत हो गई है। अभी तक इस आग को आगे बढ़ने से रोका नहीं जा सका है। अपने प्राण बचाने के लिए वयस्कों के साथ बच्चों तक को समुद्र में छलांग लगानी पड़ रही है।

हवाई के जंगल में लगी आग।- India TV Hindi Image Source : AP हवाई के जंगल में लगी आग।

हवाई के माउई काउंटी में लाहैना के जंगलों में भीषण आग लगने से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई। हजारों लोगों को अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागना पड़ा। दक्षिण की ओर से गुजर रहे डोरा तूफान के कारण जंगलों में लगी आग भड़क उठी जिससे कई कारें जल गई और कई ऐतिहासिक इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गई। रात भर आग की लपटें उठती रहीं, जिससे जान बचाने के लिये बच्चों और व्यस्कों को समुद्र में घुसना पड़ा।

माउई काउंटी ने बुधवार देर रात अपनी वेबसाइट पर अद्यतन मृत्यु दर की घोषणा करते हुए लिखा कि वर्तमान में मौतों पर कोई अन्य विवरण उपलब्ध नहीं है। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि आग की वजह से 271 ढांचे क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए तथा दर्जनों लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि माउई की टीमें बुधवार को द्वीप पर कई स्थानों पर आग पर काबू पाने की कोशिश करती रहीं। तटरक्षक बल ने बताया कि उसने आग की लपटों और धुएं से बचने के लिए समुद्र में कूदे 14 लोगों को बचाया, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे। अधिकारियों ने कहा कि आग की चपेट में आने से तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गये जिन्हें ओहू द्वीप पर स्ट्राब मेडिकल सेंटर की बर्न यूनिट में ले जाया गया। उन्होंने बताया कि कम से कम 20 मरीजों को माउई मेमोरियल मेडिकल सेंटर ले जाया गया और एक अग्निशमन कर्मी को धुएं की वजह से सांस की समस्या होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया।

आग के चलते उड़ानें रद्द

माउई काउंटी के महापौर रिचर्ड बिसेन जूनियर ने बुधवार सुबह संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके पास इस बात का विवरण नहीं है कि द्वीप पर छह मौतें कैसे और कहां हुईं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने अभी तक आग लगने के तत्काल कारणों की जांच शुरू नहीं की है, लेकिन अधिकारियों ने शुष्क परिस्थितियों, कम आर्द्रता और तेज हवाओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि 2,100 से अधिक लोगों ने मंगलवार की रात निकासी केंद्रों में बिताई। आग की वजह से कई उड़ाने रद्द होने के बाद अन्य 2,000 यात्रियों ने काहुलुई हवाई अड्डे पर शरण ली।

हवाई में जन्मे थे पूर्व राष्ट्रपति ओबामा

अधिकारी हजारों विस्थापित पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए होनोलूलू में हवाई कन्वेंशन सेंटर तैयार कर रहे थे। राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्होंने हरसंभव मदद का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि हवाई नेशनल गार्ड ने आग बुझाने और खोज एवं बचाव कार्यों के लिए चिनूक हेलीकॉप्टरों को तैनात किया हुआ है। बाइडन ने एक बयान में कहा, "हमारी प्रार्थनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने घरों, व्यवसायों और समुदायों को नष्ट होते देखा है।" पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोशल मीडिया पर कहा कि हवाई से आ रही भयावह तस्वीरों को देखना कठिन है। ओबामा का जन्म हवाई में हुआ था। (एपी)

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