China Vs Taiwan:ताइवान ने अपने रक्षा क्षेत्र में चीन के 20 लड़ाकू विमानों के घुसने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। इसमें चीनी सेना पीएलए के फाइटर जेट और लड़ाकू विमान दोनों शामिल हैं। ताइवान ने शनिवार को दावा करते कहा कि उसके द्वीप क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में ड्रैगन के 20 सैन्य विमान रक्षा क्षेत्र में अवैध रूप से दाखिल होकर उड़ान भर रहे हैं। इन विमानों ने ताइवान की मध्य रेखा को भी क्रॉस कर दिया है। पहले दोनों देशों के बीच हवाई क्षेत्र में आधिकारिक हवाई सीमा तय की गई थी। मगर करीब 1 वर्ष से चीन लगातार हवाई सीमा का उल्लंघन कर रहा है। इन हरकतों से लगता है कि चीन ताइवान के साथ युद्ध पर उतारू है।
ऐसा पहली बार नहीं है, जब चीन ने सीमा क्षेत्र का उल्लंघन किया हो, बल्कि पहले भी कई बार चीन के लड़ाकू विमान और युद्धक पोत ताइवान क्षेत्र में प्रवेश कर चुके हैं। इस वजह से दोनों देशों में तनाव का माहौल लगातार बना है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान खुद को स्वतंत्र स्टेट के तौर पर प्रस्तुत करता है। ताइवान पर चीन की दादागिरी को लेकर अमेरिका भी कई बार उसे चेतावनी दे चुका है, मगर ड्रैगन सुधरने का नाम नहीं ले रहा। अब चीन ने फिर से ताइवान के साथ तनाव को बड़ा दिया है।
इस वजह से भड़का है ड्रैगन
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार सुबह कहा कि पिछले 24 घंटों में उसने द्वीप के वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश करने वाले 20 चीनी वायु सेना के विमानों का पता लगाया है, जिसमें ताइवान के प्रशांत पूर्वी तट पर उड़ाया गया एक लड़ाकू ड्रोन भी शामिल है। लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान को चीन अपना क्षेत्र होने का दावा करता है। ताइवान ने तीन साल से बीजिंग से बढ़ते सैन्य दबाव की शिकायत की है। पिछले शनिवार को चीन ने ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई द्वारा इस महीने संयुक्त राज्य अमेरिका में थोड़े समय के लिए रुकने को लेकर भी नाराज़गी जाहिर की थी। इस पर प्रतिक्रिया में चीन ने ताइवान के आसपास एक दिवसीय सैन्य अभ्यास भी आयोजित किया। ताकि ताइवान को दबाव में लाया जा सके।
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