काबुल: अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को एक बार फिर आड़े हाथों लिया है। गनी ने कहा है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच ‘अघोषित युद्ध’ खत्म होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि हिंसा को मिल रहे पाकिस्तान के समर्थन से दोनों ही पड़ोसी देशों को नुकसान है। गौरतलब है कि हाल के कुछ सालों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते आतंकवाद के मुद्दे को लेकर बेहद तल्ख रहे हैं।
गनी ने इस मसले पर आगे बोलते हुए कहा कि हिंसा की काली छाया हटनी चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि पाकिस्तान को जरूरत है कि वह अफगानिस्तान की सरकार एवं तालिबान के बीच सीधी चर्चा में सहयोग करे। उन्होंने काबुल से एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए वॉशिंगटन की जनता से कहा, ‘अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच अघोषित युद्ध खत्म होना चाहिए।’
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंटरनेशनल स्टडीज में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हमने अफगानिस्तान से पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी गतिविधि को समर्थन नहीं दिया है। अफगानिस्तान की धरती से ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया गया है। हमने अत्यंत नियंत्रण एवं अंकुश रखा है क्योंकि हम एक सहयोगात्मक संबंध चाहते हैं।’
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सामान्य रिश्ते को परिभाषित करने की जरूरत पर उन्होंने कहा उनका देश सहयोग के लिए बहुत कुछ कर सकता है। उन्होंने पूछा, ‘हम मध्य एशिया तक जाने के लिहाज से अहम हैं। पाकिस्तान स्थिर अफगानिस्तान के बिना मध्य एशिया तक कैसे पहुंचेगा? ’ गनी ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान को आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका और विश्व के अन्य देशों के साथ सहमत होने की जरूरत है।
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