UK चुनाव: इस बार चुने गए भारतीय मूल के रिकॉर्ड 12 सांसद, जानें कौन-कौन जीता
प्रथम महिला सिख सांसद और प्रथम पगड़ीधारी सांसद चुने जाने के साथ ब्रिटेन के आम चुनाव के नतीजों में हाउस ऑफ कॉमंस में भारतीय मूल के सांसदों की संख्या में कुछ इजाफा हुआ है।
लंदन: प्रथम महिला सिख सांसद और प्रथम पगड़ीधारी सांसद चुने जाने के साथ ब्रिटेन के आम चुनाव के नतीजों में हाउस ऑफ कॉमंस में भारतीय मूल के सांसदों की संख्या में कुछ इजाफा हुआ है। ताजा नतीजों से संकेत मिलता है कि लेबर पार्टी ने भारतीय सांसदों के मामले में अपना रिकॉर्ड बेहतर किया है । इस बार यह संख्या बढ़ कर 5 से 7 हो गई है। टोरी ने भारतीय मूल के 5 सांसदों की संख्या कायम रखी है। इस तरह साल 2015 में 10 रही भारतीय मूल के सांसदों की संख्या अब बढ़ कर 12 हो गई है।
लेबर पार्टी की प्रीत कौर गिल ने बर्मिंघम एजबेस्टन सीट 24,124 वोट पाकर जीती हैं। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार को 6,917 वोटों के अंतर से हराया है। उन्होंने कहा, ‘मैं खुश हूं कि मुझे एजबेस्टन का अगला सांसद बनने का अवसर दिया गया। यहां मेरा जन्म और मेरी परवरिश हुई है। मैं मेहनत और लगन के साथ एजबेस्टन की जनता के साथ सहयोग बढ़ाना चाहती हूं। मुझे लगता है कि हम मिलकर बडे़ लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।’ जीत दर्ज करने वाले दूसरे उम्मीदवार तनमनजीत सिंह देसाई, जिन्हें तान के नाम से भी जाना जाता है, ने स्लोग सीट से 34, 170 वोट पाकर जीत दर्ज की। वह लेबर पार्टी के प्रथम सिख सांसद बन गए हैं। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के प्रतिद्वंद्वी को 16,998 वोटों से हराया। देसाई ने कहा कि वह वह उस शहर की सेवा करना चाहते हैं जहां उनका जन्म हुआ है।
सिख फेडरेशन यूके ने एक बयान जारी कर कहा, ‘सारा श्रेय लेबर पार्टी को जाता है जिसने सिखों को जीतने वाली सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर देने का साहसिक कदम उठाया।’ लेबर पार्टी के दूसरे पगड़ीधारी सिख कुलदीप सहोता को कंजर्वेटिव पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी से महज 720 वोटों से शिकस्त का सामना करना पड़ा। कंजर्वेटिव पार्टी की प्रीति पटेल ने एसेक्स के विथम में अपना कब्जा कायम रखा है। आलोक शर्मा रीडिंग वेस्ट में और शैलेश वारा कैम्ब्रिजशायर नॉर्थ वेस्ट से जीते हैं। ऋषि सुनाक और सुएला फर्नांडीस (टोरी) ने भी अपनी सीट पर कब्जा कायम रखा है। लेबर पार्टी के सबसे लंबे समय से भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज ने अपनी सीट लीसेस्टर ईस्ट पर अपना कब्जा कायम रखा जबकि उनकी बहन वलेरी वाज ने वलसाल साउथ सीट पर जीत दर्ज की।
लेबर पार्टी की लीजा नंदी विगान से, सीमा मल्होत्रा फेल्दम ऐंड हेस्टन से और वीरेंद्र शर्मा ने ईलिंग साउथहॉल सीट पर जीत दर्ज की है। वहीं, दूसरी ओर शिकस्त का सामना करने वाले भारतीय मूल के प्रमुख उम्मीदवारों में लेबर पार्टी के डॉक्टर नीरज पाटिल शामिल हैं। वह ब्रिटेन के शिक्षा मंत्री जस्टिन ग्रीनिंग (कंजर्वेटिव) से 1,554 वोटों से हारे हैं। गौरतलब है कि लेबर पार्टी ने भारतीय मूल के 15 और कंजर्वेटिव पार्टी ने 13 नेताओं को अपने-अपने उम्मीदवार के तौर पर उतारा था।