इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली बैठक के प्रस्ताव को लेकर पाकिस्तान और अमेरिका के बीच चर्चा चल रही है। हालांकि, यह अफगानिस्तान में शांति समझौते के लिये पाकिस्तान की मध्यस्थता में होने वाली वार्ता के सकारात्मक परिणाम पर निर्भर करेगा।
ट्रंप ने 2019 में की गई अपनी पहली टिप्पणी में बुधवार को कहा था कि वह पाकिस्तान के साथ अच्छा संबंध चाहते हैं और नए नेतृत्व के साथ मिलने को इच्छुक हैं। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, ‘‘शिखर बैठक के प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है लेकिन अंतिम फैसला अफगानिस्तान में शांति समझौते के लिये चल रहे प्रयासों के सकारात्मक परिणाम पर निर्भर करेगा।’’एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि अगस्त, 2018 में देश के प्रधानमंत्री बने खान ‘‘यदि सबकुछ अच्छा रहा’’ तो अमेरिका यात्रा पर जाएंगे।
ट्रंप ने बुधवार को अपने कैबिनेट सहयोगियों से कहा था कि पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया है। ट्रंप ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं, लेकिन वह दुश्मनों को शरण देता है। वह दुश्मन का खयाल रखता है। हम ऐसा नहीं कर सकते।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘इसलिए मैं पाकिस्तान के नए नेतृत्व से मिलना चाहता हूं। हम जल्द ही मिलेंगे। लेकिन मैंने 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर की वह राशि बंद कर दी, जो हम देते थे।’’
ट्रंप के बयान और भविष्य में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के संबंध में सवाल करने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान नेतृत्व के स्तर पर अमेरिका के साथ सकारात्मक संवाद चाहता है।
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