उत्तर कोरिया समेत कई वैश्विक समस्याओं को हल करने के लिए ट्रंप ने मांगी शी जिनपिंग की मदद
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की और इस दौरान उन्होंने उत्तर कोरिया...
बीजिंग: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की और इस दौरान उन्होंने उत्तर कोरिया के परमाणु संकट के साथ-साथ ‘‘बड़े खतरे’’ वाली वैश्विक समस्याओं को हल करने में चीन का सहयोगा मांगा। ट्रंप का चीन की राजधानी बीजिंग में भव्य शाही स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों नेताओं ने बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में बातचीत की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं गर्मजोशी से स्वागत के लिए आपका आभार जताना चाहता हूं। मैं भविष्य में सफलता तथा मित्रता, ना केवल अपनी परेशानियों बल्कि दुनिया की समस्याओं और बड़े खतरे तथा सुरक्षा की समस्याओं को हल करने के लिए साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्साहित हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हम इनमें से सभी और शायद सभी समस्याओं को हल कर सकते हैं।’’ (बांग्लादेश: भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और शेख हसीना कल करेंगे क्रास कंट्री ट्रेन की शुरूआत)
ट्रंप एशिया के पांच देशों की यात्रा के तौर पर चीन पहुंचे। वह दक्षिण कोरिया और जापान की यात्रा कर चुके हैं तथा इसके बाद वियतनाम और फिलीपीन जाएंगे। ट्रंप के एजेंडे में उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने का मुद्दा हावी रहेगा। शी से बातचीत से पहले ट्रंप को ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में पहुंचने पर सलामी गारद और 21 बंदूकों की सलामी दी गई। ट्रंप ने 15वीं शताब्दी की फॉर्बिडन सिटी में कल के स्वागत के लिए शी का आभार जताते हुए कहा कि 20 मिनट के लिए निर्धारित रात्रिभोज का कार्यक्रम दो घंटे तक चला। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आपकी खूबसूरत पत्नी और मेलानिया के साथ हर मिनट का आनंद उठाया। उनका रिश्ता बहुत अच्छा है और हमारा रिश्ता पहले ही अच्छा साबित हो चुका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्रतिनिधियों और आपके प्रतिनिधियों के समक्ष आज सुबह हमारी मुलाकात बहुत अच्छी रही और उत्तर कोरिया पर चर्चा हुईं मुझे लगता है कि इसका समाधान है।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘हमें तेजी से काम करना चाहिए। उम्मीद है कि चीन इस पर तेजी से और प्रभावी रूप से काम करेगा।’’ दोनों नेताओं के बीच अमेरिका के साथ चीन के व्यापार अधिशेष पर भी चर्चा हुई। ट्रंप ने कहा, ‘‘हम इसे संतुलित करेंगे और यह हम दोनों के लिए बेहतर होगा।’’ उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम और अफगानिस्तान संकट को हल करने में सहयोग बढ़ाना चाहिए। अफगानिस्तान का जिक्र इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि अमेरिका, चीन पर दबाव बना रहा है कि उसका सदाबाहर मित्र पाकिस्तान आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों का खात्मा करें और तालिबान को सहयोग देना बंद करें।
अमेरिकी राष्ट्रपति के कल यहां तीन दिवासीय दौरे पर पहुंचने के बाद उन्हें ‘स्टेट वेल्कम प्लस’ सम्मान दिया जाना है। ट्रंप का चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग से भी मुलाकात करने और राजभोज तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद एक समारोह में भाग लेने का कार्यक्रम है। शी ने चीन की 15वीं शताब्दी की फॉर्बिडेन सिटी में ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया की मेजबानी की। अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वागत करने के दौरान कल शी ने कहा था कि ट्रंप की चीन यात्रा से ‘‘सकारात्मक और महत्वपूर्ण’’ नतीजे निकलेंगे। जनवरी में ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से दोनों नेताओं के बीच करीबी रिश्ते रहे हैं। उन्होंने दो बार आमने-सामने मुलाकात की और आठ बार फोन पर बातचीत की।