बीजिंग: अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर अब धीरे-धीरे जुबानी जंग में तब्दील होता जा रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप पर परोक्ष रूप से हमला बोलते हुए बुधवार को कहा कि मौजूदा समय में किसी एक ‘सभ्यता की सर्वश्रेष्ठता’ में विश्वास करना मूर्खतापूर्ण है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि आज के दौर में कोई भी देश अलग-थलग नहीं रह सकता और न ही अपने दरवाजे पूरी दुनिया के लिए बंद कर सकता है। चीन के राष्ट्रपति का यह बयान ट्रंप द्वारा चीनी उत्पादों पर बढ़ाए गए सीमा शुल्कों के बाद आया है।
जिनपिंग ने ‘डायलॉग ऑफ एशियन सिविलाइजेशन’ विषय पर आयोजित सम्मेलन के शुरुआती सत्र में यह टिप्पणी की। पिछले सप्ताह ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया था। हालांकि इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया था। शी ने कहा कि अगर देश खुद को अलग-थलग करते हैं और दुनिया के लिए अपने दरवाजे बंद करते हैं तो सभ्यता अपनी जीवंतता खो बैठेगी। उन्होंने कहा कि कोई भी सभ्यता दूसरी सभ्यता से सर्वश्रेष्ठ नहीं है और इसमें विश्वास करना कि कोई एक नस्ल दूसरे नस्ल से श्रेष्ठ है तो यह मूर्खतापूर्ण होगा।
शी ने एशियाई देशों से वैश्वीकरण को बचाने की अपील की क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि वैश्वीकरण ‘अमेरिका फर्स्ट’ की ट्रंप की नीतियों की वजह से खतरे में है। इस कार्यक्रम में भारतीय दूतावास प्रभारी एक्विनो विमल, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना, आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशनियान और यूनान के राष्ट्रपति प्रोकोपीस पावलोपोलस मौजूद थे। आपको बता दें कि अमेरिका और चीन के रिश्तों में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। ट्रंप की व्यापारिक नीतियों के चलते दोनों देशों के रिश्ते अक्सर तनावपूर्ण ही रहे हैं।
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