पनामागेट मामले में फंसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के हाथों से उनकी सत्ता छिनती हुई नजर आ रही है। इसी बीच पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल की स्थिति पैदा हो गई है और पीएम के तौर पर नवाज शरीफ के उत्ताधिकारी के बारे में चर्चा होनी शुरू हो गई है। हाल ही में मंगलवार को पनामागेट मामले में JIT ने नवाज शरीफ मामले में सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट सौंपी थी। जिसके बाद उन्होंने सबसे पंजाब के सीएम और अपने भाई शहबाज शरीफ को मीटिंग के लिए बुलाया था। इस मीटिंग में नवाज शरीफ, शहबाज शरीफ और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के कईबड़े नेता शामिल थे। JIT की ओर से सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट भेजने के बाद की परिस्थितियों पर चर्चा करने के लिए नवाज शरीफ ने यह मीटिंग बुलाई थी। (चार बच्चों के यौन उत्पीड़न के आरोप में व्यक्ति को हो सकती है 300 साल की सजा)
इस मीटिंग में शहबाज को बुलाए जाने के बाद से ही उन्हें उत्तराधिकारी बनाए जाने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' वेबसाइट के अनुसार पीछले कुछ सालों में शहबाज एक बड़े खिलाड़ी के तौर पर उभरे हैं। पार्टी के एक सीनियर लीडर का कहना है कि, 'शहबाज शरीफ फिलहाल अपनी चालें बेहद संभालकर चल रहे हैं। संकट की इस घड़ी में वह अपने भाई के साथ खड़े हैं। इसके अलावा वह उन चीजों पर भी ध्यान दे रहे हैं, जो उनके लिए मायने रखती हैं।'
उन्होंने कहा, 'पार्टी में इस बात को लेकर खूब चर्चाएं चल रही हैं कि नवाज शरीफ को अयोग्य ठहराए जाने की स्थिति में शहबाज उनके उत्तराधिकारी हो सकते हैं। अब सवाल है कि पंजाब का सीएम कौन होगा। लेकिन, शहबाज भले ही पीएम हो जाएं, लेकिन वह पंजाब को अपने हाथ से फिसलने नहीं देना चाहेंगे। हालांकि पंजाब को अपने हाथों में बनाए रखने के लिए उन्हें तमाम प्रयास करने होंगे।'
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